जानें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के राष्ट्र के नाम संबोधन से जुड़ी 10 बड़ी बातें
By अनुराग आनंद | Published: August 14, 2020 08:21 PM2020-08-14T20:21:06+5:302020-08-14T20:22:02+5:30
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस के उत्सवों में हमेशा की तरह धूम-धाम नहीं होगी। इसका कारण स्पष्ट है।
नई दिल्लीः राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज (शुक्रवार) 74वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं। रामनाथ कोविंद ने कहा कि 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश-विदेश में रह रहे सभी भारतीयों को बधाई। इस अवसर पर हम अपने स्वाधीनता सेनानियों के बलिदान को कृतज्ञता के साथ याद करते हैं।
इसके साथ ही राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि महात्मा गांधी हमारे स्वाधीनता आंदोलन के मार्गदर्शक रहे। उनके व्यक्तित्व में एक संत और राजनेता का जो समन्वय दिखाई देता है, वह भारत की मिट्टी में ही संभव था।
जानें राष्ट्रपति के संबोधन से जुड़ी अन्य बड़ी बातें
- रामनाथ कोविंद ने कहा कि इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस के उत्सवों में हमेशा की तरह धूम-धाम नहीं होगी। इसका कारण स्पष्ट है। पूरी दुनिया एक ऐसे घातक वायरस से जूझ रही है जिसने जन-जीवन को भारी क्षति पहुंचाई है और हर प्रकार की गतिविधियों में बाधा उत्पन्न की है।
We have learnt some tough lessons in the year 2020. The invisible virus has demolished the illusion that human being is the master of nature. I believe, it is still not too late for humanity to correct its course and live in harmony with nature: President Ram Nath Kovind pic.twitter.com/4jZvPryLmg
— ANI (@ANI) August 14, 2020
- राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ने वाले डॉक्टर, नर्स, पुलिस आदि ये हमारे राष्ट्र के आदर्श सेवा-योद्धा हैं। इन कोरोना-योद्धाओं की जितनी भी सराहना की जाए, वह कम है।
- राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि कोरोना वॉरियर्स योद्धा अपने कर्तव्य की सीमाओं से ऊपर उठकर, लोगों की जान बचाते हैं और आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करते हैं।
- विस्तारवादी चीन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, हमारा विश्वास शांति मे है लेकिन कोई अशांति पैदा करगे तो उसे माकूल जवाब दिया जाएगा।
- राम नाथ कोविंद ने कहा कि केवल दस दिन पहले अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का शुभारंभ हुआ है और देशवासियों को गौरव की अनुभूति हुई है। देशवासियों ने लंबे समय तक धैर्य और संयम का परिचय दिया और न्याय व्यवस्था में आस्था बनाए रखी।
- राष्ट्रपति ने कहा कि हमने वर्ष 2020 में कुछ कठिन सबक सीखे हैं। अदृश्य वायरस ने इस भ्रम को खत्म कर दिया है कि इंसान प्रकृति का स्वामी है। मेरा मानना है कि हमें प्रकृति के साथ तालमेल बिठाने का प्रयास करना चाहिए इसमें अभी भी देर नहीं हुई है।
- राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि भले ही विश्व समुदाय को मानवता के सामने खड़ी आज की सबसे बड़ी चुनौती के खिलाफ एक साथ लड़ने की जरूरत है। लेकिन, हमारे पड़ोस के देशों ने इस संकट के दौर में भी विस्तारवाद के अपने दुस्साहस को अंजाम देने की कोशिश की।
- राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि 15 अगस्त हमारे अंदर तिरंगा फहराने के उत्साह को भरता है। हम एक साथ इस राष्ट्रीय समारोह में भाग लेता हैं और देशभक्ति गीत गाते हैं। भारत के युवाओं को स्वतंत्र राष्ट्र के नागरिक होने का विशेष गौरव महसूस करना चाहिए।
- राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि महात्मा गांधी हमारे स्वाधीनता आंदोलन के मार्गदर्शक रहे। उनके व्यक्तित्व में एक संत और राजनेता का जो समन्वय दिखाई देता है, वह भारत की मिट्टी में ही संभव था।
- राम नाथ कोविंद ने कहा कि इस साल कोरोना संक्रमण की वजह से स्वतंत्रता दिवस समारोह को काफी धूम धाम से नहीं बनाया जा सकेगा।