Language row: 'हिंदी में फिल्में डब करके कमाते हैं खूब पैसा?' पवन कल्याण ने एनईपी विवाद को लेकर तमिल नेताओं को घेरा

By रुस्तम राणा | Updated: March 15, 2025 14:45 IST2025-03-15T14:45:14+5:302025-03-15T14:45:14+5:30

पवन कल्याण ने काकीनाडा के पीथमपुरम में पार्टी के 12वें स्थापना दिवस को संबोधित करते हुए पूछा, "मुझे समझ में नहीं आता कि कुछ लोग संस्कृत की आलोचना क्यों करते हैं?

Language row: 'Do you earn profit by dubbing movies in Hindi?' Pawan Kalyan cornered Tamil leaders over NEP controversy | Language row: 'हिंदी में फिल्में डब करके कमाते हैं खूब पैसा?' पवन कल्याण ने एनईपी विवाद को लेकर तमिल नेताओं को घेरा

Language row: 'हिंदी में फिल्में डब करके कमाते हैं खूब पैसा?' पवन कल्याण ने एनईपी विवाद को लेकर तमिल नेताओं को घेरा

Highlightsउपमुख्यमंत्री कल्याण का यह बयान तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के उस आरोप के बीच आया हैजिसमें उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार एनईपी के त्रिभाषा फॉर्मूले के जरिए हिंदी थोपने की कोशिश कर रही हैकल्याण ने कहा कि देश को तमिल समेत कई भाषाओं की जरूरत है, न कि सिर्फ दो प्रमुख भाषाओं की

Language row: आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और जनसेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण ने शुक्रवार को एनईपी के विरोध और हिंदी थोपने के आरोप को लेकर तमिलनाडु के नेताओं की आलोचना की। उन्होंने इसे "पाखंड" कहा और पूछा कि वे हिंदी का विरोध क्यों करते हैं लेकिन उसमें फिल्में डब करके मुनाफा कमाते हैं। उन्होंने बताया कि ये नेता हिंदी का विरोध करते हैं, लेकिन वित्तीय लाभ के लिए तमिल फिल्मों को हिंदी में डब करने की अनुमति देते हैं। 

कल्याण ने काकीनाडा के पीथमपुरम में पार्टी के 12वें स्थापना दिवस को संबोधित करते हुए पूछा, "मुझे समझ में नहीं आता कि कुछ लोग संस्कृत की आलोचना क्यों करते हैं। तमिलनाडु के नेता हिंदी का विरोध क्यों करते हैं जबकि वित्तीय लाभ के लिए अपनी फिल्मों को हिंदी में डब करने की अनुमति देते हैं? वे बॉलीवुड से पैसा चाहते हैं लेकिन हिंदी को स्वीकार करने से इनकार करते हैं - यह किस तरह का तर्क है?" 

उपमुख्यमंत्री कल्याण का यह बयान तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के उस आरोप के बीच आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार एनईपी के त्रिभाषा फॉर्मूले के जरिए हिंदी थोपने की कोशिश कर रही है। भारत की भाषाई विविधता पर जोर देते हुए कल्याण ने कहा कि देश को तमिल समेत कई भाषाओं की जरूरत है, न कि सिर्फ दो प्रमुख भाषाओं की। 

कल्याण ने कहा, "भारत को तमिल समेत कई भाषाओं की जरूरत है, न कि सिर्फ दो। हमें भाषाई विविधता को अपनाना चाहिए - न सिर्फ अपने देश की अखंडता को बनाए रखने के लिए बल्कि अपने लोगों के बीच प्रेम और एकता को बढ़ावा देने के लिए भी।" 

उनकी यह टिप्पणी तमिलनाडु के सीएम स्टालिन की 13 मार्च की टिप्पणियों के बाद आई है, जिसमें उन्होंने एनईपी को भारत के विकास के बजाय हिंदी को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई "भगवा नीति" करार दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि यह नीति तमिलनाडु की शिक्षा प्रणाली को नष्ट करने की धमकी देती है। 

स्टालिन ने तिरुवल्लूर में कहा, "राष्ट्रीय शिक्षा नीति शिक्षा नीति नहीं है, यह भगवाकरण नीति है। यह नीति भारत के विकास के लिए नहीं बल्कि हिंदी के विकास के लिए बनाई गई थी। हम इस नीति का विरोध कर रहे हैं क्योंकि यह तमिलनाडु की शिक्षा प्रणाली को पूरी तरह से नष्ट कर देगी।" स्टालिन ने आगे केंद्र सरकार पर एनईपी को लागू करने के लिए राज्य पर दबाव बनाने के लिए धन रोकने का आरोप लगाया।

Web Title: Language row: 'Do you earn profit by dubbing movies in Hindi?' Pawan Kalyan cornered Tamil leaders over NEP controversy

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