लाला लाजपत राय पुण्यतिथि: 'गरम दल' के नेता को 90वीं बरसी पर सोशल मीडिया में कुछ यूं दी गई श्रद्धांजलि
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: November 17, 2018 11:48 AM2018-11-17T11:48:51+5:302018-11-17T14:00:53+5:30
Lala Lajpat Rai death anniversary: लाला लाजपत राय का निधन आज ही के दिन यानी 17 नवंबर 1928 को हुआ था।
लाला लाजपत राय का निधन आज ही के दिन यानी 17 नवंबर 1928 को हुआ था। लाला लाजपत राय पंजाब केसरी के वनाम से भी विख्यात थे। लाला लाजपत राय ने बहुत से क्रांतिकारियों को प्रभावित किया उन्हीं में से एक थे भगत सिंह। वर्ष 1928 में साइमन कमीशन के विरुध प्रदर्शन के दौरान लाठी-चार्ज में बुरी तरह घायल होने के बाद 17 नवंबर वर्ष 1928 में उनका निधन हो गया। ऐसे में आज लाला लाजपत को कई दिग्गजों ने श्रद्धांजलि दी है।
भारतीय जनता पार्टी की ओर से ट्वीट करके लाला लाजपत राय को ट्वीट करके श्रद्धांजलि दी गई है। फोटो के साथ लिखा गया है कि पंजाब केसरी लाला लाजपत राय जी की पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन।
पंजाब केसरी लाला लाजपत राय जी की पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन। pic.twitter.com/WsFLGoO6GA
— BJP (@BJP4India) November 17, 2018
कांग्रेस की तरफ से ट्वीट करके लिखा गया कि लाला लाजपत राय, जिन्हें पंजाब केसरी के नाम से जाना जाता है, उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।वह एक पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और दिल में एक सच्चे देशभक्त थे। हम उनकी विरासत पर उनकी विरासत का सम्मान करते हैं।
Lala Lajpat Rai, popularly known as Punjab Kesari, played a pivotal role in the Indian freedom struggle. He was a former Congress President and a true patriot at heart. We honour his legacy on his death anniversary. pic.twitter.com/VquBj1aq1e
— Congress (@INCIndia) November 17, 2018
तेजस्वी यादव ने ट्वीट करके लिखा है कि स्वतंत्रता सेनानी पंजाब केसरी श्रीमान # लालाजपतराय जी को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि उनकी पुण्यतिथि पर !
My humble tributes to freedom fighter Punjab Kesari Sh. #LalaLajpatRai ji on his death anniversary! 🇮🇳 pic.twitter.com/7vMxSebLBl
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 17, 2018
केंद्रीय मंत्री डॉक्टर हर्ष ने ट्वीट करके लिखा है कि साहस, न्याय और नैतिक शक्ति के प्रतीक महान स्वतंत्रता सेनानी, पंजाब केसरी श्री #लाला_लाजपत_राय जी की पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि। निडरता, अखंडता और अन्याय के खिलाफ लड़ाई के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। साहस, न्याय और नैतिक शक्ति के प्रतीक महान स्वतंत्रता सेनानी, पंजाब केसरी श्री #लाला_लाजपत_राय जी की पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि। निडरता, अखंडता और अन्याय के खिलाफ लड़ाई के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने ट्वीट करके लिखा है कि पंजाब केसरी, # लालाजपतराय को उनकी पुण्यतिथि पर मेरी श्रद्धांजलि ।वह एक महान नेता और स्वतंत्रता आंदोलन के लेखक थे, जिनकी निडरता हमेशा एक प्रेरणा होगी ।
My tributes and homage to Punjab Kesri, #LalaLajpatRai on his death anniversary. He was a great leader and author of Independence movement, whose fearlessness will always be an inspiration.. pic.twitter.com/g5FjUeW1dP
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 17, 2018
We remember & pay homage to Punjab Kesari #LalaLajpatRai ji on his death anniversary. He played a crucial role in India's Independence Movement and died fighting for the Nation's Independence. His life & teachings will always be the source of inspiration to all of us. pic.twitter.com/cep0dTmoUO
— Manohar Lal (@mlkhattar) November 17, 2018
मनोज सिन्हा ने ट्वीट करके लिखा कि महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, 'पंजाब केसरी' लाला लाजपत राय जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, 'पंजाब केसरी' लाला लाजपत राय जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। #LalaLajpatRaipic.twitter.com/7FTcPjJjkJ
— Manoj Sinha (@manojsinhabjp) November 17, 2018
कांग्रेस के नेता रनदीप सुरजेवाला ने भी ट्वीट करते लाजपत को श्रृद्धांजलि दी “मेरे शरीर पर पड़ी एक-एक लाठी ब्रिटिश सरकार के ताबूत में एक-एक कील का काम करेगी,महान् स्वतंत्रता सेनानी, 'पंजाब केसरी', 'शेर-ए-पंजाब', लाला लाजपत राय जी की पुण्यतिथि पर उन्हें मेरी विनम्र श्रद्धांजलि 🙏🏻
“मेरे शरीर पर पड़ी एक-एक लाठी ब्रिटिश सरकार के ताबूत में एक-एक कील का काम करेगी l"
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) November 17, 2018
महान् स्वतंत्रता सेनानी, 'पंजाब केसरी', 'शेर-ए-पंजाब', लाला लाजपत राय जी की पुण्यतिथि पर उन्हें मेरी विनम्र श्रद्धांजलि 🙏🏻#LalaLajpatRaipic.twitter.com/F2rrF4LxC3
कांग्रेस पार्टी के गरम दल के प्रमुख नेताओं में से लाला भी एक थे, इनकी बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल के साथ अच्छी बनती थी इसलिए इस त्रिमूर्ति को लाल-बाल-पाल का नाम दिया गया था। लाला लाजपत राय ने डियन होम लीग ऑफ़ अमेरिका की स्थापना की और “यंग इंडिया” नामक एक पुस्तक लिखी थी। इस किताब के कारण ब्रिटिश शासन ने उन पर कई गंभीर आरोप लगाए थे और इसे ब्रिटेन और भारत में प्रकाशित होने से पहले ही प्रतिबंधित कर दिया गया। 1920 में विश्व युद्ध खत्म होने के बाद ही वह भारत लौट पाये।