लखीमपुर खीरी हिंसा: पुलिस रिमांड में आशीष मिश्रा को डेंगू, जेल अस्पताल में किया गया शिफ्ट
By विनीत कुमार | Published: October 24, 2021 07:32 AM2021-10-24T07:32:57+5:302021-10-24T07:41:48+5:30
लखमीपुर खीरी हिंसा मामले के आरोपी आशीष मिश्रा को डेंगू हो गया है। इसके बाद उन्हें जेल अस्पताल में शिफ्च कराया गया है।
लखनऊ: केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को डेंगु हो गया है। आशीष मिश्रा लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आरोपी हैं और जेल में है। डेंगू की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद आशीष मिश्रा को जेल अस्पतताल में शिफ्ट किया गया है।
इससे पहले लखीमपुरी खीरी जिला जेल के अधीक्षक पीपी सिंह ने कहा था कि आशीष मिश्रा को डेंगू होने की पुष्टि अभी नहीं हुई है। उन्होंने कहा, 'इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि मिश्रा डेंगू से पीड़ित हैं। उनका सैंपल जांच के लिए शुक्रवार को भेजा गया था। रिपोर्ट आने के बाद तस्वीर साफ होगी।'
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के अनुसार आशीष मिश्रा को बुखार था औऱ शनिवार को आई ब्लड रिपोर्ट में उनके डेंगू से पीड़ित होने की पुष्टि हुई। आशीष मिश्रा को शनिवार रात तबीयत ज्यदा खराब होने के बाद जेल अस्पताल में शिफ्ट किया गया।
24 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में हैं आशीष मिश्रा
लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया इलाके में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत चार आरोपियों को जिला अदालत ने शुक्रवार को ही पुलिस हिरासत में भेजा था।
पुलिस हिरासत की अवधि 22 अक्टूबर शाम 5 बजे से शुरू होगी और 24 अक्टूबर शाम पांच बजे समाप्त होगी। आशीष मिश्रा के साथ आरोपी अंकित दास, शेखर भारती और लतीफ को कोर्ट ने पुलिस हिरासत में भेजा है।
अदालत ने इससे पहले गुरुवार को चार अन्य आरोपियों--सुमित जायसवाल, सत्य प्रकाश त्रिपाठी उर्फ सत्यम, नंदन सिंह बिष्ट और शिशुपाल को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था। इन सभी आरोपियों की पुलिस हिरासत 24 अक्टूबर की शाम को खत्म हो जाएगी।
गौरतलब है कि तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया इलाके में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष तथा 15-20 अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
आशीष को 9 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में अब तक 10 लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं। इस घटना में कथित तौर पर भीड़ में लोगों के ऊपर एसयूवी (थार जीप) चढ़ा देने से जहां चार किसानों की मौत हो गई थी। उसके बाद भड़की हिंसा में दो भाजपा समर्थकों, एक एसयूवी चालक और एक पत्रकार की भी मौत हो गई थी।