कुढ़नी विधानसभा सीट उपचुनावः जदयू ने मनोज कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया, 5 दिसंबर को भाजपा से मुकाबला
By एस पी सिन्हा | Published: November 12, 2022 06:08 PM2022-11-12T18:08:20+5:302022-11-12T18:09:33+5:30
Kurhani assembly seat by-election 2022: राजद के अब्दुल बारी सिद्दकी ने कहा कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की सहमती से कुढ़नी सीट जदयू को दी गई है।
पटनाः बिहार में मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी विधानसभा सीट पर महागठबंधन की ओर से इस बार जदयू का उम्मीदवार उतारा गया है। ऐसे में भाजपा का सामना राजद के बजाय जदयू से होगा। पिछले चुनाव में यह सीट राजद के कब्जे में थी। महागठबंधन की ओर से जदयू के मनोज कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया गया है।
वह पहले भी वर्ष 2005 और 2010 में कुढ़नी से जदयू विधायक रह चुके हैं। शनिवार को महागठबंधन की ओर से आयोजित एक साझा प्रेस कांफ्रेस में जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने उनके नाम की घोषणा की। इस दौरान राजद के अब्दुल बारी सिद्दकी ने कहा कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की सहमती से कुढ़नी सीट जदयू को दी गई है।
पिछले चुनाव में वहां से राजद उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार जदयू को वहां से चुनाव लड़ने पर महागठबंधन सहमत हुआ है। दरअसल, कुढ़नी सीट राजद विधायक अनिल सहनी की सदस्यता रद्द होने के बाद खाली हुई थी। ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि महागठबंधन की ओर से यहां राजद का ही उम्मीदवार उतारा जाएगा।
हालांकि जातीय समीकरण को देखते हुए जदयू नेता मनोज कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया गया है। मनोज कुशवाहा मंत्री भी रह चुके हैं। पूर्व में वह भाजपा के केदार गुप्ता को कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र से हरा चुके हैं। बाद में जब जदयू एनडीए गठबंधन में आ गया तो कुढ़नी की सीट भाजपा के खाते में चली गई थी।
इसके बाद जदयू ने उन्हें मुजफ्फरपुर के मीनापुर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया था। उधर, राजद नेताओं का बड़ा वर्ग लालू-तेजस्वी के फैसले से हैरान है। बिहार में तीन महीने हुए हैं जब राजद और जदयू का गठबंधन हुआ है। इस बीच तेजस्वी यादव लगातार नीतीश के सामने सरेंडर होते दिखे हैं।