पाकिस्तान की जेल में जासूसी के आरोप में बंद पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव से उनकी मां और पत्नी ने मुलाकात की। पाकिस्तान ने जाधव और मां को मानवीय आधार मुलाकात की इजाजत दी थी। इस मुलाकात के लिए उन्हें महज 30 मिनट का ही वक्त मिला था, लेकिन आधे घंटे तक चली इस मुलाकात में एक मां चाहकर भी अपने बेटे को गले न लगा सकी पत्नी की भी आंखे भी नम रही। यहां पढ़ें इस मुलाकात की कुछ खास बातें।
गिरफ्तारी के 21 महीनें बाद पहली बार मुलाकात गिरफ्तारी के करीब 21 महीनें बाद पहली बार कुलभूषण और परिवार के बीच मुलाकात हुई। इस दौरान उनकी मां और पत्नी को मुलाकात के लिए महज 30 मिनट की मौहलत मिली। यह मुलाकात पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के आगा शाही ब्लॉक में हुई जो कि भारतीय समयानुसार दोपहर करीब एक बजकर पैंतीस मिनट पर शुरू हुई थी।
अपने लाल को गले लगाना चाहती थीं मांजाधव और उनके परिवार की मुलाकात के फोटो भी जारी किए गए हैं इनमें से एक फोटो में आप देख सकते हैं कि मां और पत्नी ने जाधव से मुलाकात तो की लेकिन उनके बीच में शीशे की एक दीवार है। जाधव इस तस्वीर में नीले लंग का कोट पहने हुए हैं। फोटो में मां और उनके पत्नी के हाव-भाव देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि शायद मां अपने बेटे को गले से लगाना चाह रही है और पत्नी की आंखे भी नम है।
तीन दिन के पाकिस्तानी वीजा पर परिवारकुलभूषण का परिवार 3 दिनों के लिए पाकिस्तानी वीजा पर है लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वह 1 दिन के लिए ही पाकिस्तान की जमीन पर होंगे। इससे पहले खबर थी कि वे 24 तारीख को वाघा बॉर्डर क्रॉस करेंगे और 25 को इस्लामाबाद में मुलाकात के बाद 26 को वापस भारत लौटेंगे।
25 दिसंबर को ही कमर्शियल फ्लाइट से वापसीमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत की ओर से पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय को सूचना दी गई है कि परिवार 25 दिसंबर को ही कमर्शियल फ्लाइट से पाकिस्तान में उतरेगा और कुलभूषण से मुलाकात कर उसी दिन वापस भारत लौट जाएगा।
मुलाकात के लिए भारत ने पाकिस्तान के सामने रखी थी तीन शर्तेंपाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव से मां और पत्नी की मुलाकात के लिए भारत ने पाकिस्तान के सामने तीन शर्तें रखी थी। भारत पहले ही पाकिस्तान से सोवेरन गारंटी हासिल कर चुका था। इसके चलते भारत ने पाकिस्तान के सामने मुख्य तौर पर तीन शर्तें रखी थी।
पहली शर्त- मुलाकात के दौरान कुलभूषण के परिवार यानी मां और पत्नी से किसी भी तरह की पूछताछ की कोशिश नहीं की जाएगी।
दूसरी शर्त- जब तक उनका परिवार पाकिस्तान की जमीन पर होगा उनकी सुरक्षा की पूरी गारंटी पाकिस्तान की होगी।
तीसरी शर्त- भारतीय उच्चायोग का एक अधिकारी हमेशा परिवार के साथ रहेगा। यहां तक कि जब परिवार कुलभूषण जाधव से मुलाकात कर रहा होगा तब भी।