क्षमा बिंदु के सेल्फ मैरिज करने पर बोलीं भाजपा नेता- मंदिर में खुद से शादी करने की इजाजत नहीं, है हिंदू धर्म के खिलाफ
By मनाली रस्तोगी | Published: June 4, 2022 10:08 AM2022-06-04T10:08:22+5:302022-06-04T10:10:33+5:30
क्षमा बिंदु के 11 जून को खुद से शादी करने के फैसले पर भाजपा की नगर इकाई की उपप्रमुख सुनीता शुक्ला ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उनका कहना है कि उसे किसी भी मंदिर में खुद से शादी करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसी शादियां हिंदू धर्म के खिलाफ हैं।
अहमदाबाद: भाजपा की नगर इकाई की उपप्रमुख सुनीता शुक्ला ने वडोदरा की 24 वर्षीय क्षमा बिंदु के 11 जून को खुद से शादी करने के फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, भाजपा नेता सुनीता शुक्ला ने शुक्रवार को कहा, "मैं स्थल के चुनाव के खिलाफ हूं, उसे किसी भी मंदिर में खुद से शादी करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसी शादियां हिंदू धर्म के खिलाफ हैं। इससे हिंदुओं की आबादी कम होगी। अगर कुछ भी धर्म के खिलाफ जाता है तो कोई कानून नहीं चलेगा।"
Gujarat | I'm against the choice of venue, she'll not be allowed to marry herself in any temple. Such marriages are against Hinduism. This will reduce the population of Hindus. If anything goes against religion then no law will prevail: BJP leader Sunita Shukla (03.06) https://t.co/Jf0y13WOiEpic.twitter.com/3Cus9JMwsR
— ANI (@ANI) June 4, 2022
सुनीता शुक्ला ने कहा कि बिंदु मानसिक रूप से बीमार है। उन्होंने कहा कि हिंदू संस्कृति में कहीं भी यह नहीं लिखा है कि लड़का किसी लड़के से शादी कर सकता है या लड़की लड़की से शादी कर सकती है। बताते चलें कि वडोदरा में 24 वर्षीय क्षमा बिंदु सभी परंपराओं और शादी के संकल्पों के साथ खुद से शादी करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। एएनआई को बिंदु ने कहा कि मेरे दिमाग में यह विचार लंबे समय से था लेकिन नहीं सोचा था कि यह संभव होगा। फिर मैंने 'सोलोगैमी' के बारे में पढ़ा। तभी मैंने सोचा कि चलो खुद से शादी कर लेते हैं।
क्या है सोलोगैमी मैरिज?
सोलोगैमी या सेल्फ मैरिज खुद के साथ की गई शादी को कहा जाता है। लगभग दो दशक पहले सोलोगैमी की शुरुआत हुई थी। जब फेमस प्रोटोगोनिस्ट Carrie Bradhshaw ने खुद से शादी करने की घोषणा की थी, तब सेल्फ मैरिज चर्चा में आई थी। इसके बाद इस शादी को कई लोगों ने तवज्जो दी। कोरोनाकाल में सेल्फ मैरिज या सोलोगैमी में बढ़ोतरी देखने को मिली। हालांकि, इस तरह की शादी को कानूनी तौर पर कोई मान्यता नहीं दी जाती।