सिक्किम में कोविड संक्रमण दर अधिक, अधिकारी ने कम नमूनों की जांच को कारण बताया
By भाषा | Updated: June 29, 2021 20:23 IST2021-06-29T20:23:29+5:302021-06-29T20:23:29+5:30

सिक्किम में कोविड संक्रमण दर अधिक, अधिकारी ने कम नमूनों की जांच को कारण बताया
गंगटोक, 29 जून देश में सबसे लंबे वक्त तक कोरोना वायरस से मुक्त रहा सिक्किम अब उन राज्यों में शुमार है जहां संक्रमण दर 10 फीसदी से अधिक है। इसने प्रेम सिंह तमांग की सरकार द्वारा महामारी प्रबंधन पर सवालिया निशान लगा दिया है।
अधिकतर राज्यों की तुलना में सिक्किम की संक्रमण दर ज्यादा होने की बात मानते हुए स्वास्थ्य विभाग में महानिदेशक एवं सचिव डॉ पेम्पा टी भूटिया ने बताया कि सिर्फ लक्षण वाले मरीजों और उनके प्राथमिकत संपर्कों के नमूने जांच के वास्ते लिए जाते हैं।
उन्होंने पीटीआई-भाषा को फोन पर बताया, “ सिक्किम की आबादी बहुत ज्यादा नहीं है और कोविड-19 जांच के लिए नमूनों का आकार आमतौर पर छोटा ही रहता है। यह राज्य में अधिक संक्रमण दर का एक कारण हो सकता है। ”
सिक्किम में पिछले साल मई में कोरोना वायरस का पहला मामला मिला था जिसके बाद से अबतक 20,0334 मामले सामने आ चुके हैं और 1,62,824 नमूनों की जांच की जा चुकी है। इस प्रकार संक्रमण दर 12.48 फीसदी है।
छोटे से हिमालय राज्य में बीते हफ्ते औसत संक्रमण दर 16 प्रतिशत दर्ज की गई जो राष्ट्रीय साप्ताहिक दर 2.81 से कहीं अधिक है।
समय-समय पर विपक्षी दलों ने महामारी को रोकने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों पर असंतोष व्यक्त किया है और हामरो सिक्किम पार्टी (एचएसपी) के संस्थापक दिग्गज फुटबॉलर बाईचुंग भूटिया ने दावा किया कि सत्तारूढ़ सरकार की प्राथमिकताएं "गलत" थीं।
उच्च न्यायालय ने भी हाल में इस समस्या से निपटने के लिए "ठोस" नीति नहीं बनाने को लेकर एसकेएम सरकार की खिंचाई की थी और जोर देकर कहा था कि यह चिंता का विषय है।
दूसरी ओर डॉ पेम्पा भूटिया ने बताया कि सिक्किम में कोविड-19 की स्थिति नियंत्रण में है और सिर्फ 61 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं जिनमें से नौ गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) में हैं।
वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उनके विभाग ने अप्रैल में संक्रमण की दूसरी लहर के आने के बाद से कोविड-19 जांच के लिए नमूनों के आकार को काफी बढाया है। उन्होंने बताया कि सिक्किम में इस साल अप्रैल से जून के बीच 79,000 नमूनों की जांच की गई है जबकि मई 2020 से मार्च 2021 के बीच करीब 83,000 नमूनों का परीक्षण किया गया था।
उन्होंने कहा कि टीकाकरण के लिए कुल पात्र आबादी में से 56 फीसदी को कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक दे दी गयी है जबकि 9.3 प्रतिशत आबादी को टीके की दोनों खुराकें दे दी गई हैं।
अधिकारी ने कहा कि रोज़ाना संक्रमण से मुक्त होने की दर भी सुधर रही है और अबतक राज्य में संक्रमण के कारण 304 लोगों की मौत हुई है जिनमें से अधिकतर को पहले से कोई अन्य बीमारी थी।
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