मिर्जापुर सोलर एनर्जी प्लांट से डेढ़ लाख परिवार होंगे रोशन, जानिए इसकी खासियत
By रामदीप मिश्रा | Published: March 12, 2018 12:38 PM2018-03-12T12:38:32+5:302018-03-12T12:38:32+5:30
पैरिस में 2015 में हुई क्लाइमेट चेंज कॉन्फ्रेंस में पीएम नरेंद्र मोदी ने इंटरनेशनल सोलर अलायंस अग्रीमेंट पर जो दस्तखत किए थे। इस अग्रीमेंट के बाद देश में पहली बार फ्रांस के सहयोग से मिर्जापुर जिले में 75 मेगावाट का सोलर एनर्जी प्लांट बना है।
लखनऊ, 12 मार्चः फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मिर्जापुर जिले के दादरकलां गांव में बनाए गए सोलर एनर्जी प्लांट का उद्घाटन किया। यह उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा 75 मेगा वाट का सोलर एनर्जी प्लांट है। इस प्लांट पर करीब 560 करोड़ रुपया खर्च किया गया है। इससे रोजाना पांच लाख यूनिट बिजली बनाने का लक्ष्य रखा गया है। आइए आपको इस संयंत्र की कुछ खास बातें बताते हैं।
-पैरिस में 2015 में हुई क्लाइमेट चेंज कॉन्फ्रेंस में पीएम नरेंद्र मोदी ने इंटरनेशनल सोलर अलायंस अग्रीमेंट पर जो दस्तखत किए थे। इस अग्रीमेंट के बाद देश में पहली बार फ्रांस के सहयोग से मिर्जापुर जिले में 75 मेगावाट का सोलर एनर्जी प्लांट बना है।
-फ्रांस के सहयोग से बनाए गए इस बड़े प्लांट से करीब डेढ़ लाख परिवारों को बिजली मिल सकेगी।
-बताया जा रहा है कि इस सोलर प्लांट करीब 3 लाख 18 हजार 650 सोलर सोलर प्लेट्स लगाई गई हैं। हर सोलर प्लेट से लगभग 315 वाट बिजली बनेगी।
-इस प्लांट को 382 एकड़ लगाया गया है और सबसे खास बात यह है कि इस पथरीली जमीन पर लगाया गया, जिससे उपजाऊ भूमि को नुकसान न पहुंचे।
-इस प्लाट को बनाने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया गया और इसे 18 महीने में तैयार किया गया है, जिसका सोमवार को उद्धाटन किया गया है।