जानें कौन हैं AAP पार्षद ताहिर हुसैन, जिसपर खुफिया विभाग के अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या का परिवार वालों ने लगाया आरोप
By पल्लवी कुमारी | Published: February 27, 2020 10:17 AM2020-02-27T10:17:17+5:302020-02-27T10:17:17+5:30
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाके में हिंसा में मरने वालों की संख्या आज 30 हो गई है। तकरीबन 200 लोग घायल हैं। इस पूरे मामले पर गृह मंत्रालय ने पैनी नजर रखी हुई है। खुद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल दिल्ली पर हिंसा नजर बनाए हुए हैं।
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में भड़की उत्तर पूर्वी दिल्ली हिंसा के दौरान इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी अंकित शर्मा का संदिग्ध अवस्था में शव चांदबाग के एक नाले में मिला। अंकित शर्मा के परिवार वालों ने उनकी हत्या का आरोप आम आदमी पार्टी (AAP) के नेहरू विहार से पार्षद ताहिर हुसैन पर लगाया है। आप के पार्षद ताहिर हुसैन फिलहाल पुलिस से बच रहे हैं। हालांकि आप पार्षद ताहिर हुसैन ने एक वीडियो जारी कर अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताया है। अब सवाल यह उठता है कि आप के पार्षद ताहिर हुसैन हैं कौन? दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 के वक्त आप के इस उक्त नेता का नाम चर्चा में नहीं था। हालांकि आम आदमी पार्टी की ओर से पार्षद पर लगे आरोपों पर कोई सफाई नहीं दी गई है।
आप के पार्षद ताहिर हुसैन ने अपने एक रिश्तेदार के घर से वीडियो जारी कर अपने आप को निर्दोष बताया है। आप के पार्षद ताहिर हुसैन का पूर्वोत्तर दिल्ली में शाहदरा, नेहरू नगर, चांदबाग के इलाके में अच्छी पकड़ है। वहां रह रहे अल्पसंख्यक के बीच इनका रसूख भी है।
चुनावी एफिडेविट में जो आप के पार्षद ताहिर हुसैन ने जानकारी दी है कि वह 2017 की है। 2017 में आप की टिकट पर वह निर्वाचन क्षेत्र 059-E-नेहरू विहार (पूर्वी दिल्ली) से पार्षद ताहिर हुसैन बने थे। आप के पार्षद ताहिर हुसैन दिल्ली में मकान नंबर -A1/112 गली नंबर 3,A-1 ब्लॉक, नेहरू विहार, करावल नगर, नई दिल्ली लिखा हुआ है। आप के पार्षद ताहिर हुसैन ने अपना पेशा बिजनेसमैन बताया है। शिक्षा की बात की जाए तो आप के पार्षद ताहिर हुसैन 8वीं पास हैं और नेशनल ओपन स्कूल से दसवीं की पढ़ाई कर रहे हैं। ये जानकारी 2017 में दी गई थी, उसके हिसाब से दसवीं की पढ़ाई पूरी हो गई होगी। आप के पार्षद ने अपनी घोषित संपत्ति 18 करोड़ रुपये बताई है। आप के पार्षद के ऊपर कोई आपराधिक मामाल दर्ज नहीं है। आप के पार्षद ने 2017 में पहला चुनाव लड़ा था।
इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी अंकित शर्मा के परिवारवालों ने बताई आपबीती और AAP पार्षद पर लगाया आरोप
आईबी के कर्मचारी अंकित शर्मा उत्तर पूर्व दिल्ली के दंगाग्रस्त चांद बाग इलाके में बुधवार को एक नाले में मृत मिले। वह इसी इलाके में रहते थे। अंकित शर्मा के परिवार में उनके माता-पिता, एक भाई और एक बहन हैं। अंकित शर्मा 2017 में आईबी में भर्ती हुए थे। अधिकारियों ने बताया कि 26 वर्षीय अंकित शर्मा मंगलवार से लापता थे और आशंका है कि उनकी जान पथराव में गई। शर्मा का शव अंत्यपरीक्षण के लिए गुरू तेगबहादुर अस्पताल ले जाया गया। आईबी में ही कार्यरत अंकित के पिता देवेंद्र ने कहा कि वह मंगलवार को शाम करीब साढ़े पांच बजे घर लौटा था और कुछ ही देर बाद बाहर हालात का जायजा लेने के लिए निकल गया। हालांकि वह कई घंटे तक नहीं लौटे। उन्होंने बताया, ‘जब वह नहीं लौटा तो हमने उसकी तलाश शुरू की। हम जीटीबी और एलएनजेपी (लोकनायक जयप्रकाश) अस्पताल भी यह पता लगाने गये कि कहीं वह वहां भर्ती तो नहीं है, लेकिन उसका पता नहीं चला।’
पिता देवेंद्र ने कहा, ‘हम बुधवार तड़के तीन बजे तक उसे तलाशते रहे। बाद में सुबह करीब 10 बजे हमें सूचना मिली कि उसका शव चांद बाग नाले में है। हमने कभी नहीं सोचा था कि उसकी जान ले ली जाएगी।’
अंकित के भाई ने कहा- स्थानीय पार्षद और उसके साथियों का हत्या में हाथ
अंकित की मां सुधा का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने कहा कि कभी नहीं सोचा था कि प्रकृति इतना क्रूर खेल खेलेगी। वह बार-बार यही कह रही थीं, ‘मैं उसके बिना नहीं रह सकती।’उन्होंने कहा, ‘जब वह घर से बाहर निकला तो दूसरे समुदाय के लोगों ने उसे पकड़ लिया और ईंट-पत्थरों तथा चाकुओं से उसे मार डाला।’अंकित की मां ने कहा कि अंकित का चयन दिल्ली पुलिस के लिए हुआ था लेकिन वह पुलिस में नहीं गया। अंकित के भाई अंकुर ने बताया कि उनकी कॉलोनी की कुछ महिलाओं ने सुबह उन्हें बताया कि उन्होंने लोगों को उनके भाई को नाले में फेंकते हुए देखा था।
अंकुर ने दावा किया, ‘जब लोगों ने महिलाओं को देख लिया तो उन्होंने धमकी दी कि अगर इस बारे में किसी को कुछ बताया तो नतीजा गंभीर होगा। उसे नाले में फेंके जाने से पहले कई बार चाकू मारा गया।’परिवार का आरोप है कि अंकित की हत्या में स्थानीय पार्षद और उसके साथियों का हाथ है। हालांकि आरोपों पर आम आदमी पार्टी की तरफ से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। (पीटीआई-भाषा इनपुट के साथ)