नई दिल्ली, 2 अक्टूबरः किसान अपनी परेशानियों और अपनी मांगों को लेकर गांधी जयंती पर राजघाट कूच कर रहे हैं। इसके लिए दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। हरिद्वार से दिल्ली के लिए भारतीय किसान क्रांति (भाकियू) यात्रा समेत किसान क्रांति पदयात्रा में उत्तर भारत के कई राज्यों के किसान शामिल हैं। यह आंदोलन आठ अक्टूबर तक चलेगा।
इधर दिल्ली में में किसानों के पहुंचने की आहट पर सीमाओं पर भारी सुरक्षा व्यवस्था तैनात कर दी गई है। कई जगहों पर रास्ते रोक दिए गए हैं। इससे पूर्वी दिल्ली और गाजियाबाद में भारी जाम लग गया है। पुलिस उपायुक्त (पूर्व) पंकज सिंह ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत आदेश जारी किया जो आठ अक्टूबर तक प्रभावी रहेगा। किसान आंदोलन की पल-पल की अपडेट जानने के लिए लॉग इन रहिए lokmatnews.in पर-
Kisan Kranti Padyatra Live Update In Hindi-आंदोलनकारी किसानों को पुलिस प्रशासन ने आंसू गैस के गोले छोड़ और पानी की बौछारकर पीछे धकेल दिया है। हालांकि आंदोलनकारियों की पुलिस से छड़पें भी हुई हैं। साथ ही साथ प्रशासन से बातचीत का दौर शुरू हुआ है।
-दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों को दिल्ली में प्रवेश नहीं देने को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने किसानों को अपना समर्थन दिया और कहा है कि किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने की इजाजत दी जानी चाहिए। उन्हें दिल्ली में प्रवेश करने की इजाजत क्यों नहीं है? ये गलत है। हम किसानों के साथ हैं।- हिंसक किसानों को नियंत्रित करने की कोशिश करते हुए पुलिसकर्मी।
- आंदोलनकारियों पर पुलिस ने बरसाई लाठियां, नियंत्रित करने के लिए छोड़े आंसू गैसे के गोले।
- आंदोलन हुआ हिसंक, स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस कर रही पानी की बौछार का इस्तेमाल।
- दिल्ली बॉर्डर सील, किसानों ने पूछा-हम अपनी समस्या लेकर पाकिस्तान जाएं या बांग्लादेश?
- गाज़ियाबाद से दिल्ली जाने वाले रास्ते के ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया
- कर्जमाफी और फसल की उपज की सही कीमत है मुद्दा
- किसान आंदोलन से पूरा हाईवे जाम
हमें यूपी - दिल्ली बॉर्डर पर क्यों रोका गया है? हम तो शांति से रैली कर रहे हैं. अगर हम अपनी समस्या सरकार को नहीं बताएंगे तो किसे बताएँगे, क्या हमें पाकिस्तान और बांग्लादेश या पाकिस्तान चले जाना चाहिए?- नरेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन
- यूपी, हरियाणा से ट्रैक्टर से पहुंच रहे हैं हज़ारों किसान
- किसान घाट पर प्रदर्शन करेंगे किसान
- नेशनल हाईवे बंद करने का आह्वान
- गाज़ियाबाद बॉर्डर पर किसानों को रोका गया. दिल्ली जाने के सारे रास्ते सील
- धारा 144 लागू
- दिल्ली - उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर लगा किसानों का जमावाड़ा
- दिल्ली पुलिस ने लगा दी है अपनी पूरी ताकत
- बॉर्डर से दिल्ली में प्रवेश के सारे रास्ते किये गए बंद
- आम जनता को हो रही है बेहद परेशानी
सोमवार को गाजियाबाद जिलाधिकारी और एसएसपी ने करीब एक घंटे तक किसानों को समझाने की कोशिश की, लेकिन किसान दिल्ली जाने पर अड़े रहे। देर रात प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के साथ किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली से वापस लौटे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर मुलाकात की।
मुख्यमंत्री और प्रतिनिधिमंडल के बीच करीब दो घंटे चली वार्ता विफल रही और प्रतिनिधिमंडल के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की मांग पर अड़े रहे, जिस पर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्रियों से बातचीत की।किसान इन मांगों को लेकर अड़े
- किसानों की मांग है कि स्वामिनाथन कमेटी के फॉर्मूले के आधार पर किसानों की आय सी-2 लागत में कम से कम 50 प्रतिशत जोड़ कर दी जाए।
- किसान मांग कर रहे हैं कि फसलों की शत-प्रतिशत खरीद की गारंटी दी जाए।
- वहीं, वे मांग कर रहे हैं कि पिछले 10 सालों में आत्महत्या करने वाले लगभग 3 लाख किसानों के परिवार को मुआवजा के साथ परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए।
- किसानों का सभी प्रकार के कर्ज से पूरी तरह माफ हों।
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बदलाव किया जाए।
- किसानों को सिंचाई के लिए बिजली मुफ्त में उपलब्ध कराई जाए।
- दिल्ली-एनसीआर में दस साल से ज्यादा पुराने ट्रैक्टरों पर रोक हटा दी जाए।
- किसान क्रेडिट कार्ड योजना में बिना ब्याज लोन दिया जाए।
- महिला किसानों के लिए क्रेडिट कार्ड योजना अलग से बनाई जाए।
- चीनी का न्यूनतम मूल्य 40 रुपए प्रति किलो किया जाए और 7 से 10 दिन के अंदर गन्ना किसानों का भुगतान सुनश्चित किया जाए।
- आवारा पशुओं से किसानों के फसल को बचाने का इंतजाम किया जाए।