Modi 3.0 Cabinet Kiren Rijiju: अरुणाचल प्रदेश से तीन बार लोकसभा सांसद हैं किरेन रिजिजू, मोदी 3.0 में फिर मिली जिम्मेदारी
By मनाली रस्तोगी | Updated: June 9, 2024 21:15 IST2024-06-09T20:17:11+5:302024-06-09T21:15:57+5:30
किरेन रिजिजू ने 2014 से 2019 तक गृह राज्य मंत्री, 2019 से 2021 तक राज्य मामलों के मंत्री, 2019 से 2021 तक खेल और युवा मामलों के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 2021 से 2023 तक कानून मंत्री का पद संभाला था।

Modi 3.0 Cabinet Kiren Rijiju: अरुणाचल प्रदेश से तीन बार लोकसभा सांसद हैं किरेन रिजिजू, मोदी 3.0 में फिर मिली जिम्मेदारी
नई दिल्ली: किरेन रिजिजू 2023 से पृथ्वी विज्ञान और खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के कैबिनेट मंत्री रहे। उन्होंने पहले 2014 से 2019 तक गृह राज्य मंत्री, 2019 से 2021 तक राज्य मामलों के मंत्री, 2019 से 2021 तक खेल और युवा मामलों के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 2021 से 2023 तक कानून मंत्री का पद संभाला था।
उनके पिता अरुणाचल प्रदेश के पहले प्रोटेम स्पीकर थे
रिजिजू का जन्म 19 नवंबर 1971 को भारत में अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में नफरा के पास नाखू में हुआ था। वह रिनचिन खारू और चिरई रिजिजू के पुत्र हैं। उनके पिता अरुणाचल प्रदेश के पहले प्रोटेम स्पीकर थे जिन्होंने पहली राज्य विधान सभा के सदस्यों को शपथ दिलाई थी। वह अपने कॉलेज के दिनों में एक अच्छे एथलीट थे और फरवरी 2023 से फुटबॉल और बैडमिंटन खेलते नजर आ रहे हैं।
#WATCH | BJP leader Kiren Rijiju takes oath as a Union Cabinet Minister in the Prime Minister Narendra Modi-led NDA government pic.twitter.com/qKetaCtzPT
— ANI (@ANI) June 9, 2024
हंसराज कॉलेज से पढ़ें हैं रिजिजू
रिजिजू ने अपनी स्नातक की डिग्री (बी.ए.) दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से की। इसके अलावा 1998 में उन्होंने कैंपस लॉ सेंटर, विधि संकाय, दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक की डिग्री (एलएलबी) की।
अरुणाचल प्रदेश से तीन बार लोकसभा सांसद हैं किरेन रिजिजू
किरेन रिजिजू अरुणाचल प्रदेश से तीन बार लोकसभा सांसद हैं। उन्होंने युवा मामले और खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), अल्पसंख्यक मामले राज्य मंत्री, गृह राज्य मंत्री और कानून और न्याय मंत्री के रूप में कार्य किया है। कानून मंत्री के रूप में उनका कार्यकाल विवादों से भरा रहा। 18 मई 2023 को उन्हें पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया।