केरल में लगातार बढ़ रहा है जीका वायरस का कहर, 4 नए मामलों की हुई पुष्टि
By दीप्ती कुमारी | Published: July 14, 2021 09:46 AM2021-07-14T09:46:23+5:302021-07-14T09:49:11+5:30
केरल संक्रमण की दोहरी मार झे रहा है । राज्य में कोरोना वायरस के बाद अब जीका वायरस कहर फैला रहा है । राज्य में चार नए मामलों सहित कुल 23 मामले दर्ज किए गए हैं ।
तिरुवनंतपुरम : कोरोना वायरस के बाद में देश में जीका वायरस का खतरा भी लगातार बढ़ रहा है । केरल में जीका वायरस के 4 नए मामले पाए गए हैं ,जिसके बाद कुल मामलों की संख्या 23 हो गई है । केरल अभी कोरोना महामारी से भी जूझ रहा है । ऐसे में जीका वायरस देश में नए खतरे की तरह देखा जा रहा है ।
संक्रमित लोगों में तिरुवनंतपुरम के एक निजी अस्पताल के 38 वर्षीय डॉक्टर भी शामिल है । राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि राजीव गांधी प्रौद्योगिकी केंद्र में नमूने की जांच के बाद तिरुवनंतपुरम की एक 16 वर्षीय लड़की वायरस से संक्रमित पाई गई है । मंत्री ने कहा कि कोयंबटूर स्थित प्रयोगशाला ने पुष्टि की कि रिपोर्ट में एक डॉक्टर भी जीका वायरस से संक्रमित पाए गए हैं । वही दक्षिणी राज्य में एक महिला सहित दो अन्य की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से सतर्क रहने का किया आग्रह
इसमें तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज में जीका वायरस परीक्षण सुविधा सोमवार से शुरू हो गई थी । पहले दिन 15 नमूनों की जांच की गई,जिसमें 13 नमूनों में किसी भी प्रकार के संक्रमण नहीं पाए गए और इनमें से एक सैंपल की रिपोर्ट जीका वायरस पॉजिटिव पाई गई है । वही दूसरे में डेंगू के लक्षण मिले हैं । स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने लोगों से जीका वायरस को लेकर सतर्क रहने का आग्रह किया ।
प्रजनन रोकना है जरूरी - वीना जॉर्ज
उन्होंने कहा कि 'डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने वाले एडीज जीका वायरस के लिए जिम्मेदार है । इस संक्रमित एडीज मच्छर द्वारा काटे जाने पर व्यक्ति संक्रमित हो सकता है । लगातार बारिश के कारण मच्छरों के प्रजनन की संभावना काफी अधिक है । इस खतरे से निपटने का एकमात्र तरीका मच्छरों के प्रजनन को रोकना है इसीलिए सप्ताह में एक दिन अपने आसपास वातावरण को साफ करना अनिवार्य है।
स्वास्थ्य मंत्री ने जिला चिकित्सा अधिकारी को संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया है । केरल में एक नवजात बच्चे की मां की जीका वायरस संक्रमित पाई गई थी । गर्भवती मां के संक्रमित होने पर बच्चे को भी नुकसान होने की आशंका रहती है ।