नन से रेप मामलाः बोले गृहमंत्री राजनाथ सिंह, केरल के मुख्यमंत्री को लेना चाहिए संज्ञान
By रामदीप मिश्रा | Published: September 11, 2018 06:08 PM2018-09-11T18:08:15+5:302018-09-11T18:08:15+5:30
आठ सितंबर को लिखे पत्र में नन ने आरोप लगाया कि बिशप और उनके सहयोगी अपने पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए लोगों को संपत्ति तथा अन्य प्रकार के धन का प्रलोभन दे रहे हैं। पत्र की प्रति मीडिया के पास भी है।
कोच्चि, 11 सितंबर: एक रोमन कैथोलिक बिशप पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली नन ने भारत में वेटिकन के प्रतिनिधि को पत्र लिख कर आरोप लगाया है कि मामले को दबाने के लिए पादरी "राजनीतिक और धन बल" का उपयोग कर रहे हैं। नन ने पादरी को पद से हटाने की भी मांग की है। वहीं, मंगलवार को इस संबंध में देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है इस मामले में सूबे के मुख्यमंत्री को संज्ञान लेना चाहिए।
दरअसल, केरल के निर्दलीय विधायक पीसी जार्ज ने पीड़िता नन को वैश्या बताया था। इस मामले में महिला आयोग ने कड़ी आपत्ति जताकर निंदनीय बताया है। साथ ही साथ उसने कहा कहा कि राज्य के डीजीपी को खत लिखकर कार्रवाई करने की मांग की जाएगी।
इधर, मामले को लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह का कहना है कि पीड़ित के खिलाफ एक जनप्रतिनिधि द्वारा की गई टिप्पणी राजनीति में गिरावट को दिखाता है। यह राज्य का मामला है और इसमें मुख्यमंत्री को संज्ञान लेना चाहिए।
बता दें, नन ने वैटिकन के ‘‘अपोस्टोलिक नुनसिओ’’ (राजनयिक मिशन) गिआम्बैटिस्टा डिक्यूट्रो को लिखे एक पत्र में कहा कि वह न्याय के लिए चर्च अधिकारियों के पास आयी है। नन ने उनसे मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। नन ने आरोप लगाया कि जालंधर में अपने पद पर बने रहकर बिशप फ्रेंको मुलक्कल और उनके सहयोगी पुलिस जांच को प्रभावित करने के लिए धन बल का इस्तेमाल कर रहे हैं।
आठ सितंबर को लिखे पत्र में नन ने आरोप लगाया कि बिशप और उनके सहयोगी अपने पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए लोगों को संपत्ति तथा अन्य प्रकार के धन का प्रलोभन दे रहे हैं। पत्र की प्रति मीडिया के पास भी है।
नन ने कहा कि दो महीने पहले ही बिशप के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद भी पुलिस उनके राजनीतिक और आर्थिक शक्ति के कारण उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकी।
इस बीच कोच्चि में नन के लिए न्याय की मांग कर रहे विभिन्न ‘‘कैथोलिक रिफार्म’’ संगठनों का प्रदर्शन मंगलवार को चौथे दिन में प्रवेश कर गया। विभिन्न संगठनों के सदस्य प्रदर्शन स्थल पर पहुंच कर अपना समर्थन जता रहे हैं। प्रदर्शनकारियों में पांच सहयोगी नन भी शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे बिशप के खिलाफ कार्रवाई होने तक अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस के शीर्ष अधिकारी जांच को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं। लोगों के निशाने पर आयी पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को कहा कि बिशप को पूछताछ के लिए केरल समन किया जा सकता है।
इस बीच चर्च समर्थक संगठन कैथोलिक फेडरेशन आफ इंडिया ने आरोप लगाया कि नन के आरोपों के पीछे ‘‘रहस्य’’ है। उसने केरल में चर्च की छवि खराब करने के लिए साजिश का आरोप लगाते हुए मांग की कि इस पूरे मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए।
(भाषा इनपुट के साथ)