Kerala I Day: छात्र द्वारा सावरकर की तरह सजने और पोशाक पहनकर स्कूल जाने पर छिड़ा विवाद, IUML ने निकाला मार्च
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 17, 2022 12:16 PM2022-08-17T12:16:06+5:302022-08-17T12:33:00+5:30
बताया जा रहा है कि एक बच्चे का फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है जिसमें वह स्वतंत्रता दिवस पर सावरकर के लुक में नजर आ रहा है। यही नहीं उसके पोशाक पर भी सावरकर लिखा हुआ है। इस घटना को लेकर विवाद शुरू हो गया है।
तिरुवनंतपुरम:स्वतंत्रता दिवस के मौके पर केरल के मलप्पुरम जिले में एक बच्चे द्वारा सावरकर की तरह सजने और ड्रेस पहनने को लेक हंगामा शुरू हो गया है। जानकारी के अनुसार, जिले के एक सरकारी स्कूल में स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में एक छात्र के कथित रूप से वी डी सावरकर की तरह तैयार होकर भाग लेने आने पर विवाद छिड़ गया है।
इस घटना को लेकर आईयूएमएल ने आपत्ति जताई है और मंगलवार को इसके खिलाफ मार्च भी निकाला है। आईयूएमएल की मांग है कि इस घटना के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
आईयूएमएल ने मार्च निकाल कर कार्रवाई की मांग की
वहीं इस मामले में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) की युवा शाखा मुस्लिम यूथ लीग और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को कीझूपरम्बा में सरकारी व्यावसायिक उच्च माध्यमिक विद्यालय की ओर विरोध मार्च निकाला और बच्चे को सावरकर की वेशभूषा में तैयार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
क्या है पूरा मामला
समाचार चैनलों के कार्यक्रमों में कुछ धुंधली तस्वीरें प्रसारित की गईं, जिसमें छात्र सावरकर समेत अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की तरह तैयार हुए दिख रहे हैं। समारोह में स्वतंत्रता सेनानी की तरह तैयार हुए एक बच्चे की पोशाक पर वी डी सावरकर लिखा था। इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद विवाद खड़ा हुआ।
स्थानीय मीडिया ने बताया कि यह तस्वीर उस कक्ष से ली गई, जहां छात्र तैयार हो रहे थे, लेकिन विवाद उठने की आशंका के कारण बच्चे की पोशाक से सावरकर का नाम हटा दिया गया। स्कूल प्राधिकारियों ने विवाद पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
वी डी सावरकर को लेकर कर्नाटक में हुआ था विवाद
ऐसा ही एक मामला कर्नाटक के मेंगलुरु में सामने आया था जहां पर सुरतकल चौराहे का नाम वी डी सावरकर के नाम पर रखने के लिए एक बैनर लगाया गया था। इस बैनर पर सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) ने आपत्ति जताई थी और इसकी जानकारी पुलिस को दी थी। ऐसे में पुलिस को मिली शिकायत के बाद इस बैनर को हटा भी दिया गया था।