Kerala Flood: छत पर हेलीकॉप्टर उतारने वाले पायलट ने शेयर की फीलिंग, 'जरा भी चूक होती तो इसे बिखरने में लगते सिर्फ 3 सेकेंड'
By भाषा | Published: August 20, 2018 02:53 PM2018-08-20T14:53:44+5:302018-08-20T14:54:36+5:30
छत से 26 लोगों को बचाने वाले हेलीकॉप्टर पायलट ने साझा किये लोमहर्षक अभियान के अनुभव
मुंबई, 20 अगस्त: केरल में नाटकीय तरीके से एक इमारत की छत से 26 लोगों को बचाने वाले सीकिंग हेलीकॉप्टर के इस अभियान में जरा भी चूक हो जाती तो इसे टुकड़ों में बिखरने में महज तीन सैकंड लगते। इस रोमांचकारी बचाव अभियान का अनुभव साझा करते हुए पायलट ने पीटीआई से बातचीत में कहा कि ‘‘रूफटॉप लो होवर इन ए लाइट ऑन व्हील्स’’ (छत पर लैंडिंग का तकनीकी नाम) के बाद यानी छत के निकट पहुंचकर हेलीकॉप्टर करीब आठ मिनट तक मंडराता रहा और फिर अभियान को अंजाम देने के बाद उसने उड़ान भरी।
लेफ्टिनेंट कमांडर अभिजीत गरुण ने कहा, ‘‘मुझे ‘लाइट ऑन व्हील्स’ के लिए फैसला करना पड़ा जहां हेलीकॉप्टर का पूरा वजन छत पर नहीं डाला जाता। क्योंकि ऐसा होने पर छत धंस सकती है।’’ केरल के बाढ़ग्रस्त चालाकुडी कस्बे में शुक्रवार को नौसेना के सीकिंग 42 बी हेलीकॉप्टर के इस लोमहर्षक अभियान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और इसे हजारों ‘हिट’ मिले हैं।
चार लोगों को बचाने के बाद 22 अन्य लोगों को भी उठाना एक कठिन काम था और चालक दल के सदस्यों ने उक्त प्रक्रिया अपनाने का फैसला किया। जब पायलट से पूछा गया कि कोई भी चूक होने पर क्या होता, इस पर 33 वर्षीय पायलट ने कहा, ‘‘हेलीकॉप्टर को पूरी तरह चकनाचूर हो जाने में तीन से चार सेकेंड लगते। यह मेरे लिए मुश्किल फैसला था। मुझे खुशी है कि हमने सही फैसला किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह पायलट के उचित फैसले का उत्कृष्ट उदाहरण है।’’
#KeralaFloods2018#KeralaFloodRelief#OpMadad Another precise rescue operation by Naval Seaking North of Alwaye along the flood plains of River Periyar by Capt P Rajkumar Shaurya Chakra pic.twitter.com/DHye1TveVO
— SpokespersonNavy (@indiannavy) August 18, 2018
बचाये गये लोगों में 80 साल के एक बुजुर्ग शामिल हैं जिन्हें कुछ सामान के साथ चालाकुडी से कोच्चि में नौसैनिक अड्डे आईएनएस गरुण पर पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि टीम वर्क और सदस्यों के बीच बेहतर तालमेल से यह अभियान संभव हो सका।