Kerala Flood: 'सूबे में सामान्य जीवन वापस लौटने के लिए डॉक्टरों, नर्सों, पैकेट बंद भोजन की जरूरत'
By रामदीप मिश्रा | Published: August 21, 2018 12:08 PM2018-08-21T12:08:48+5:302018-08-21T19:09:05+5:30
Kerala Flood Live Coverage: केरल के सीएम पिनाराई विजयन का कहना है कि यह अब तक की सबसे बड़ी त्रासदी है, जिससे भारी तबाही हुई है ऐसे में हम सभी प्रकार की मदद स्वीकार करेंगे।
तिरुवनंतपुरम, 21 अगस्तःकेरल में फिलहाल बारिश रुकी हुई है, लेकिन बाढ़ की तबाही के चलते लोगों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। इस दौरान सूबे में बाढ़ पीड़ितों के लिए लोग आगे आकर मदद कर रहे हैं। वहीं, केंद्र से लेकर राज्य सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। इन पीड़ितों की मदद के लिए करीब 5,645 राहत शिविर बनाए गए हैं। जबकि अब तक इस बाढ़ की त्रासदी ने 370 जिंदगियां खत्म कर दी हैं। साथ ही राज्य में करीब 3757 मेडिकल कैंप लगे हैं, जिसमें 90 किस्म की दवाईयां भेजी जा रही हैं।
केरल बाढ़ मामले का लाइव अपडेट...
- केरल में आई बाढ़ से हुई मौतों पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संवेदना व्यक्त की है।
Russian President Vladimir Putin writes to President Ram Nath Kovind and PM Modi, expresses condolences over lives lost in #Keralafloodspic.twitter.com/LU1Y1pZtFt
— ANI (@ANI) August 21, 2018
- बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित केरल में फंसे सैकड़ों लोग विशेष ट्रेन से यहां कोलकाता पहुंचे। दक्षिण पूर्वी रेलवे (दपूरे) के प्रवक्ता ने यहां आज यह जानकारी दी। प्रवक्ता ने बताया कि यात्रियों में अधिकतर पश्चिम बंगाल के कामगार थे। बीती रात वे हावड़ा स्टेशन पहुंचे। 21 कोचों वाली यह विशेष ट्रेन तिरुवनंतपुरम से चली थी।
- केंद्रीय पर्यटन मंत्री अल्फोन्स कन्नथनम ने बाढ़ ग्रस्त केरल में रेडी-टू-ईट खाने, डॉक्टरों और नर्सों की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा कि लोग अपने घर वापस लौट रहे हैं और पानी का स्तर नीचे की ओर आ रहा है। मंत्री ने प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन और सुतार जैसे कुशल श्रमिकों से यहां घरों को रहने योग्य बनाने के लिए आने और राज्य में स्थिति सामान्य करने में मदद करने की अपील की है।
- वाहन कंपनी बजाज आटो ने बाढ़ प्रभावित राज्य केरल को 2 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है। कंपनी ने आज कहा कि एक करोड़ की राशि सीधे मुख्यमंत्री राहत कोष में दी जायेगी और शेष बचे एक करोड़ रुपये का आवंटन जानकीदेवी बजाज ग्राम विकास संस्था (जेबीजीवीएस) को प्रभावित लोगों रोजमर्रा की जरूरत की चीजों का पैकेट वितरित करने के लिये किया गया है।
- राष्ट्रीय महिला आयोग के शीर्ष पदाधिकारियों और कर्मचारियों ने केरल में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए अपने वेतन का एक हिस्सा देने का फैसला किया है। महिला आयोग ने एक बयान में कहा, ‘‘केरल में बाढ़ से जानमाल के भारी नुकसान को देखते हुए महिला आयोग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने राहत कार्य में मदद के लिए एक दिन का वेतन देने का फैसला किया है।’’
- पानी से लबालब इलाके से मरीजों को सुरक्षित जगह ले जाते हुए आईटीबीपी के जवान।
#WATCH: Indo-Tibetan Border Police (ITBP) personnel transport patients on improvised floaters in Chengannur's Pandanad in Alappuzha district. #KeralaFloodspic.twitter.com/KITFKpwrSB
— ANI (@ANI) August 21, 2018
- कोयंबटूरः एर्नाकुलम, कोट्टायम और अलप्पुजा में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए (रेपिड एक्शन फोर्स) आरएएफ की 105 बटालियन और रोटरी क्लब्स के जी 36 समूह रवाना किए गए हैं। ये सभी ट्रकों के जरिए बाढ़ पीड़ित इलाकों में पहुंचेंगे।
Coimbatore: 105 battalion of Rapid Action Force (RAF) and G 36 group of Rotary clubs dispatch relief material in 10 trucks for flood victims in Kerala's Ernakulam, Kottayam and Alappuzha. #KeralaFloodspic.twitter.com/b85L5I9RmK
— ANI (@ANI) August 21, 2018
- मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि 30 अगस्त को विधान सभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए राज्यपाल से सिफारिश की है। इसके लिए केरल कैबिनेट ने एक सहमति से निर्णय लेकर राज्यपाल को पत्र लिखा है।
Kerala cabinet has decided to recommend to the Governor to convene a special assembly session on August 30th to discuss relief, rehabilitation and reconstruction of Kerala after floods: CM Pinarayi Vijayan #Keralafloodspic.twitter.com/92IACWwVbX
— ANI (@ANI) August 21, 2018
- केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा है कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने 700 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने की पेशकश की है।
United Arab Emirates (UAE) offered financial assistance of Rs 700 crores for #KeralaFloods: Kerala Chief Minister Pinarayi Vijayan pic.twitter.com/RAbqcazBt9
— ANI (@ANI) August 21, 2018
इससे पहले केंद्रीय मंत्री के.जे. एलफॉन्स ने बताया है कि बाढ़ के प्रकोप के कारण किसी भी घर में फिलहाल बिजली की सुविधा नहीं दी गई है। आज के समय में सबसे ज्यादा वहां पर इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, कारपेंटर की जरूरत है। लोगों को आज केवल खाना और कपड़े की सबसे ज्यादा जरुरत है। वहीं, अब कहा जा रहा है इस तबाही के बाद राज्य मे महामारी अपने पैर पसार सकती है। ऐसे में शिविरों में इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा है कि किसी भी तरह की बिमारी राज्य के अंदर अब ना फैले। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने का इस पर कहना है कि केंद्र की ओर से केरल को पूरी मदद दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि महामारी ना फैले उसकी पूरी तैयारी की जा रही है।इसी बीच अब केरल सरकार ने तिरुवनंतपुरम में आज शाम 4 बजे राज्य में बाढ़ की स्थिति पर अखिल-पक्षीय बैठक की बुलाई है। लोगों की मदद के लिए विमान सेवा शुरू की गई है। कोच्चि एयरपोर्ट के पूरी तरह से डूब जाने के बाद से लगातार कमर्शियल फ्लाइट सेवा जारी रहेगी, अधिकतर फ्लाइट बेंगलुरु और कोयंबटूर से उड़ान भरेंगी। बाढ़ से आई आफत के बीच राहत की खबर ये है कि सभी जिलों में जारी किया गया रेड अलर्ट अब वापस ले लिया गया । वही, मौसम विभाग का कहना है कि अब फिलहाल आफत की बारिश से लोगों को राहत मिल सकती है।
केंद्र ने केरल में आयी विनाशकारी बाढ़ को सोमवार 'गंभीर प्रकृति की आपदा' घोषित किया। दूसरी ओर राज्य के सामने बेघर हुए लाखों लोगों का पुनर्वास और जलजनित बीमारियों को रोकने का काम एक बड़ी चुनौती बन गयी है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में आठ अगस्त के बाद से मानसून के दूसरे चरण में भारी बारिश और बाढ़ के चलते मृतकों की संख्या बढ़कर 223 पर पहुंच गई है। नयी दिल्ली में गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि केरल में आई बाढ़ और भूस्खलन की प्रबलता को देखते हुए यह सभी व्यावहारिक उद्देश्यों के लिए गंभीर प्रकृति की एक आपदा है। इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित ना करने से राज्य को केंद्र से अधिक वित्तीय और अन्य सहायता नहीं मिल सकेगी।
केरल के सीएम पिनाराई विजयन का कहना है कि यह अब तक की सबसे बड़ी त्रासदी है, जिससे भारी तबाही हुई है ऐसे में हम सभी प्रकार की मदद स्वीकार करेंगे। विजयन ने कहा बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे 22,034 लोगों को बचाया गया है। 29 मई से केरल से बारिश का कहर शुरू हुआ था।
(भाषा इनपुट के साथ)