साजी चेरियन के संविधान विरोधी बयान को लेकर केरल विधानसभा में हंगामा, कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित, विपक्ष धरने पर बैठा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 6, 2022 12:57 PM2022-07-06T12:57:50+5:302022-07-06T13:06:18+5:30
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दल के सदस्य चेरियन के इस्तीफे की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए आसन के सामने आ गए। गौरतलब है कि साजी ने संविधान को आम लोगों के शोषण और लूट को बढ़ावा देने वाला बताया था।
तिरुवनंतपुरमः केरल विधानसभा में मंत्री साजी चेरियन की संविधान विरोधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नीत यूडीएफ ने बुधवार को जमकर हंगामा किया, जिसके बाद अध्यक्ष एम. बी. राजेश ने सदन की कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित करने की घोषणा की। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दल के सदस्य चेरियन के इस्तीफे की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए आसन के सामने आ गए। गौरतलब है कि साजी ने संविधान को आम लोगों के शोषण और लूट को बढ़ावा देने वाला बताया था।
यूडीएफ ने अध्यक्ष से प्रश्नकाल स्थगित करने और इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए उनके प्रस्ताव पर गौर करने का आग्रह किया। हालांकि, अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित करने का फैसला किया, क्योंकि यूडीएफ के सदस्यों ने उनके बार-बार अनुरोध के बावजूद अपनी-अपनी सीट पर लौटने से इनकार कर दिया था। इसके बाद, विपक्षी सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया और तख्तियां लेकर विधानसभा भवन के दरवाजे पर धरना दिया। उन्होंने चेरियन और वाम सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।
गौरतलब है कि केरल के मत्स्य पालन मंत्री साजी चेरियन ने संविधान की आलोचना करते हुए कहा कि यह ‘‘शोषण को माफ करता है’’ और इसे इस तरह से लिखा गया है कि इसका इस्तेमाल देश के लोगों को ‘‘लूटने’’ के लिए किया जा सके। चेरियन ने दक्षिणी जिले के मल्लापल्ली में हाल ही में आयोजित हुए एक राजनीतिक कार्यक्रम में यह बयान दिया था। मंगलवार को क्षेत्रीय टेलीविजन चैनलों के इस भाषण को प्रसारित करने के बाद यह मुद्दा सामने आया। साजी चेरियन कहा, ‘‘ हम सभी कहते हैं कि हमारे पास एक बेहतरीन तरीके से लिखा संविधान है, लेकिन मैं कहूंगा कि संविधान इस तरह से लिखा गया है कि इसका इस्तेमाल देश के लोगों को लूटने के लिए किया जा सके।’’ चेरियन के बयान की कई विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना करते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है।