कार्ति चिदंबरम ने CBI पर लगाया छापेमारी के दौरान गोपनीय दस्तावेज जब्त करने का आरोप, जानें पूरा मामला
By मनाली रस्तोगी | Published: May 27, 2022 12:19 PM2022-05-27T12:19:29+5:302022-05-27T12:20:38+5:30
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के कुछ अधिकारियों पर कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने आरोप लगाया है कि उन पर छापेमारी के दौरान संवेदनशील दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के कुछ अधिकारियों ने चीनी कामगारों को अवैध वीजा के लिए रिश्वत से जुड़े मामले में उन पर छापेमारी के दौरान संवेदनशील दस्तावेज जब्त किए। लोकसभा अध्यक्ष को लिखे एक पत्र में उन्होंने कहा, "इस तथाकथित छापे के दौरान, सीबीआई के कुछ अधिकारियों ने सूचना और प्रौद्योगिकी के लिए संसदीय स्थायी समिति से संबंधित मेरे अत्यधिक गोपनीय और संवेदनशील व्यक्तिगत नोट और कागजात जब्त कर लिए। जिसका मैं सदस्य हूं।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं एक घोर अवैध और स्पष्ट रूप से असंवैधानिक कार्रवाई का शिकार हो गया हूं। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने भारत सरकार के एक 11 साल पुराने फैसले की जांच करने की आड़ में, जिसमें मेरी कोई भागीदारी नहीं है, दिल्ली में मेरे आवास पर छापा मारा।" बताते चलें कि कार्ति चिदंबरम से लगातार दूसरे दिन राष्ट्रीय राजधानी में सीबीआई मुख्यालय में रिश्वतखोरी के आरोप में पूछताछ की जा रही है। उन्होंने सीबीआई पर उनके ड्राफ्ट नोट्स और उन सवालों को जब्त करने का भी आरोप लगाया है, जो वह पूछना चाहते थे।
I've written to Lok Sabha Speaker that there has been a gross breach of Parliamentary Privilege by the CBI. My parliamentary committee papers that pertain to IT Committee have been taken during search& seizure. No one has the right to take these confidential papers: K Chidambaram pic.twitter.com/ByZTcfRLWI
— ANI (@ANI) May 27, 2022
उन्होंने दावा किया कि गवाहों द्वारा समिति को दिए गए बयानों से संबंधित उनके हस्तलिखित नोट भी सीबीआई ने जब्त कर लिए हैं। कार्ति चिदंबरम ने कहा, "इसके अलावा गवाहों द्वारा समिति को दिए गए बयानों से संबंधित मेरे हस्तलिखित नोट भी जब्त कर लिए गए - उन कारणों के लिए जो एजेंसी को सबसे अच्छी तरह से पता था।" कार्ति ने केंद्र पर उनके और उनके परिवार के सदस्यों की आवाज को दबाने के लिए उनके खिलाफ फर्जी मामले दर्ज करने का अभियान चलाने का भी आरोप लगाया है।
कार्ति ने आरोप लगाते हुए कहा, "यह मुद्दा एक सांसद (लोकसभा) के रूप में मेरे अधिकारों और विशेषाधिकारों से संबंधित है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान, मैं और मेरा परिवार वर्तमान सरकार और उसकी जांच एजेंसियों द्वारा एक अथक अभियान का लक्ष्य बन गए हैं, जो एक के बाद एक फर्जी मामले दर्ज करके हमारी असहमति की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। सदन के किसी सदस्य को इस तरह की लक्षित धमकी विशेषाधिकार के उल्लंघन के बराबर है।"
कार्ति चिदंबरम पर सीबीआई ने 263 चीनी नागरिकों के वीजा की सुविधा के लिए अपने सहयोगी के माध्यम से पंजाब की एक फर्म से 50 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। कथित अपराध के समय उनके पिता पी चिदंबरम केंद्रीय गृह मंत्री थे।