पोर्न पर पुराने ट्वीट को लेकर विवादों में फंसे कर्नाटक पाठ्यपुस्तक समीक्षा समिति के चीफ रोहित चक्रतीर्थ, कहा- 10 साल से बनाया जा रहा निशाना
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 3, 2022 04:22 PM2022-06-03T16:22:31+5:302022-06-03T16:51:37+5:30
रोहित चक्रतीर्थ ने कहा, मैंने खुद बच्चों को प्रभावित करने वाले पोर्न पर एक लेख लिखा है। बकौल रोहित चक्रतीर्थ, जो उपयोगकर्ता इन ट्वीट्स को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं, उन्हें मेरे द्वारा लिखे गए शिक्षा पर अन्य लेखों को भी खोजना चाहिए।
कर्नाटकः 10वीं की पाठ्यपुस्तकों में बदलाव को लेकर घिरे कर्नाटक पाठ्यपुस्तक समीक्षा समिति के प्रमुख रोहित चक्रतीर्थ पोर्न पर किए अपने पुराने ट्वीट्स को लेकर विवादों आ गए हैं। मामला साल 2014 और 2015 का है जब रोहित चक्रतीर्थ ने पोर्न पर कई ट्वीट किए थे जो अब वायरल हो रहे हैं। एक यूजर ने बुधवार को रोहित के विवादित ट्वीट का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए इसकी तरफ लोगों का ध्यान खींचा।
पाठ्यपुस्तक समीक्षा समिति के प्रमुख ने भी यह स्वीकार किया है कि ये ट्वीट्स उनके ही खाते से पोस्ट किए गए थे। रोहित चक्रतीर्थ ने सफाई में कहा है कि “यह जरूरी नहीं है कि अब आप वैसे ही हों जैसे आप एक दशक पहले थे। हम सभी जीवन में परिवर्तनों से गुजरते हैं। द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में रोहित ने कहा, उन दिनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को लेकर उत्साहित थे और मैंने सिर्फ एक-लाइनर पोस्ट किया था जो पहले से ही सार्वजनिक तौर पर मौजूद था।
गौरतलब बात है कि कक्षा 10वीं के कन्नड़ और सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों में बदलाव को लेकर चक्रतीर्थ की काफी आलोचना हो रही है। कन्नड़ पाठ्यपुस्तक में आरएसएस के संस्थापक के बी हेडगेवार के भाषण को शामिल करने और राष्ट्रकवि कुवेम्पु द्वारा लिखे गए राष्ट्रगान के साथ छेड़छाड़ वाली फेसबुक पोस्ट के लिए भी उनकी आलोचना हो रही है।
रोहित चक्रतीर्थ ने कहा, मैंने खुद बच्चों को प्रभावित करने वाले पोर्न पर एक लेख लिखा है। बकौल रोहित चक्रतीर्थ, जो उपयोगकर्ता इन ट्वीट्स को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं, उन्हें मेरे द्वारा लिखे गए शिक्षा पर अन्य लेखों को भी खोजना चाहिए। चक्रतीर्थ ने सवाल किया कि वे इतने सलेक्टिव क्यों हैं?” उन्होने कहा कि पोर्न पर सोशल मीडिया पोस्ट और पाठ्यपुस्तक समीक्षा समिति के बीच कोई संबंध नहीं है। लोग मुझे घेरने का जरिया ढूंढ रहे हैं और ऐसा पिछले 10 साल से हो रहा है। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है।