भाजपा शासित मध्य प्रदेश और पुदुचेरी पहुंचा हिजाब विवाद, मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री बोले- हिजाब स्कूलों में प्रतिबंधित होना चाहिए

By विशाल कुमार | Published: February 9, 2022 09:08 AM2022-02-09T09:08:15+5:302022-02-09T09:18:15+5:30

हिजाब पर प्रतिबंध का समर्थन करते हुए मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि सरकार अनुशासन को प्राथमिकता देगी। हिजाब स्कूल ड्रेस का हिस्सा नहीं है, इसलिए इसे पहनना स्कूलों में प्रतिबंधित होना चाहिए।

karnataka hijab row madhya pradesh puducherry | भाजपा शासित मध्य प्रदेश और पुदुचेरी पहुंचा हिजाब विवाद, मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री बोले- हिजाब स्कूलों में प्रतिबंधित होना चाहिए

भाजपा शासित मध्य प्रदेश और पुदुचेरी पहुंचा हिजाब विवाद, मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री बोले- हिजाब स्कूलों में प्रतिबंधित होना चाहिए

Highlightsमध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि हम स्कूलों में ड्रेस कोड को सख्ती से लागू करने पर काम कर रहे हैं।पुदुचेरी शिक्षा निदेशालय ने एक छात्रा को हिजाब पहने जाने से रोकने पर एक स्कूल से रिपोर्ट मांगी है।

भोपाल:कर्नाटक के स्कूलों और कॉलेजों में छात्राओं द्वारा हिजाब पहने जाने को लेकर हुआ विवाद अब भाजपा शासित मध्य प्रदेश और पुदुचेरी में भी पहुंच गया है।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, हिजाब पर प्रतिबंध का समर्थन करते हुए मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि सरकार अनुशासन को प्राथमिकता देगी। हिजाब स्कूल ड्रेस का हिस्सा नहीं है, इसलिए इसे पहनना स्कूलों में प्रतिबंधित होना चाहिए। परंपराओं का पालन लोगों को अपने घरों में करना चाहिए न कि स्कूलों में। हम स्कूलों में ड्रेस कोड को सख्ती से लागू करने पर काम कर रहे हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या राज्य के स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाया जाएगा, मंत्री ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो मामले की जांच के बाद फैसला किया जाएगा।

हालांकि कांग्रेस प्रवक्ता अब्बास हाफिज ने कहा कि मंत्री को हमें यह बताने की जरूरत है कि उनकी प्राथमिकता क्या है। कोविड के बीच स्कूलों के उचित कामकाज और सरकारी स्कूलों में रिक्त पदों को भरकर पर काम करना या सांप्रदायिक विभाजन के एजेंडे को आगे बढ़ाकर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना।

उन्होंने कहा कि हमारे देश के संविधान ने प्रत्येक नागरिक को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार दिया है, लेकिन भाजपा सरकार स्कूल जाने वाले बच्चों को भी उनकी धार्मिक प्रथाओं से वंचित करने की कोशिश कर रही है। सिखों द्वारा पगड़ी पहनना और मुस्लिम महिलाओं द्वारा हिजाब पहनना दशकों से चला आ रहा है। लेकिन यह सरकार इन सदियों पुरानी परंपराओं को समाप्त करना चाहती है, जो वर्तमान में सत्ता में बैठे लोगों के मानसिक दिवालियापन के बारे में बहुत कुछ कहती है।

मध्य प्रदेश में करीब सवा लाख सरकारी स्कूल हैं, जहां स्कूल यूनिफॉर्म का प्रावधान है। राज्य सरकार कक्षा एक से आठवीं तक के छात्रों के ड्रेस के लिए धन देती है।

इस बीच, पुदुचेरी में शिक्षा निदेशालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें छात्रों के समूहों और अन्य संगठनों से एक शिक्षक के बारे में शिकायतें मिली हैं, जिन्होंने एक छात्रा द्वारा सिर पर पहने जाने वाले स्कार्फ पर कथित तौर पर आपत्ति जताई थी। हम जानना चाहते हैं कि वास्तव में क्या हुआ है और आगे की कार्रवाई स्कूल से रिपोर्ट मिलने के बाद तय की जाएगी।

लेफ्ट समर्थित स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के स्थानीय प्रमुख ने कहा कि लड़की पिछले तीन साल से हिजाब पहनकर कक्षाओं में भाग ले रही थी और सवाल किया कि अब आपत्ति क्यों जताई गई।

उन्होंने कहा कि उन्हें यह भी शिकायतें मिली हैं कि वीरमपट्टिनम, एम्बलम और तिरुकनूर के कुछ स्कूल भाजपा के वैचारिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रमों की तरह ही अभ्यास को बढ़ावा दे रहे हैं।

Web Title: karnataka hijab row madhya pradesh puducherry

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे