कर्नाटक सियासी संकटः बसपा प्रमुख मायावती के कहने के बावजूद विधानसभा में वोट नहीं किया BSP MLA
By सतीश कुमार सिंह | Published: July 23, 2019 07:52 PM2019-07-23T19:52:01+5:302019-07-23T19:52:01+5:30
कर्नाटक में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार गिर गई है। मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा में विश्वासमत प्रस्ताव एचडी कुमारस्वामी ने पेश की थी। विश्वास मत के पक्ष में 99 वोट पड़े जबकि विरोध में 105 वोट पड़े।
आखिरकार कर्नाटक का नाटक का अंत हो गया। कर्नाटक में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार गिर गई है। मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा में विश्वासमत प्रस्ताव एचडी कुमारस्वामी ने पेश की थी। विश्वास मत के पक्ष में 99 वोट पड़े जबकि विरोध में 105 वोट पड़े।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने कर्नाटक में पार्टी के एकमात्र विधायक को राज्य में एचडी कुमारस्वामी सरकार के समर्थन में वोट करने का निर्देश दिया था। बसपा प्रमुख ने रविवार को एक ट्वीट में कहा, ‘‘बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बसपा विधायक से कुमारस्वामी सरकार के समर्थन में वोट करने का निर्देश दिया है।’’ एन महेश कर्नाटक में बसपा के एकमात्र विधायक हैं। कर्नाटक में एच डी कुमारस्वामी नीत कांग्रेस...जदएस गठबंधन सरकार के भविष्य का फैसला हो गया है। एन महेश ने सरकार के पक्ष में मतदान नहीं किया। वह सदन में गैरहाजिर रहे।
कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने शुक्रवार को राज्य के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा समाप्त करने के लिए दो बार कहा लेकिन उस दिन विधानसभा की कार्यवाही विश्वास प्रस्ताव पर मतदान के बिना ही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी। बागी विधायकों के इस्तीफों के चलते कुमारस्वामी सरकार संकट में है।
कर्नाटक में भाजपा महासचिव मुरलीधर राव ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। उन्होंने सोमवार को राज्यपाल से राज्य में लोकतांत्रिक सिद्धांतों की रक्षा करने का अनुरोध किया। राव ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘जो लोग लोकतंत्र के बारे में बात करते हैं, जो लोग राजनीति में नैतिकता की बात करते हैं, जो समुचित प्रक्रिया के अनुपालन की मांग करते हैं... हमने उन सभी को चेतावनी देते हैं कि कर्नाटक में लोकतांत्रिक व्यवस्था की हत्या की जा रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा इसे स्वीकार नहीं करेगी। हम (कर्नाटक के) राज्यपाल से इसे (लोकतंत्र को) बचाने का अनुरोध करते हैं।’’ उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष कानून का उल्लंघन कर रहे हैं और ‘‘कभी खत्म नहीं होने वाले’’
तरीके से विश्वास मत पर चर्चा का आयोजन कर संविधान की मूल भावना को नष्ट कर रहे हैं। राव ने आरोप लगाया कि राज्यपाल द्वारा विश्वास मत पर चर्चा खत्म करने की अपील के बावजूद यह जारी है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के मंत्री कांग्रेस के डी के शिवकुमार मुंबई में बागी विधायकों से मिलने जा रहे हैं और इसमें उन्हें प्रभावित किये जाने, खरीद फरोख्त की आशंका है। भाषा सुरभि दिलीप दिलीप