कर्नाटक: बेंगलुरु में भारी बारिश के बाद बढ़ने लगे डेंगू के मामले, नगर पालिका ने लोगों को एहतियाती कदम उठाने की दी सलाह
By अंजली चौहान | Published: August 2, 2023 07:20 PM2023-08-02T19:20:25+5:302023-08-02T19:32:10+5:30
ब्रुहत बेंगलुरु महानगर पालिका बीबीएमपी अधिकारियों ने मामलों में वृद्धि के लिए जून और जुलाई में राज्य में हुई भारी बारिश को जिम्मेदार ठहराया। बीबीएमपी सीमा के भीतर मामलों की संख्या जून में 689 से बढ़कर जुलाई के मध्य तक 825 हो गई।
बेंगलुरु:मानसून के मौसम के कारण जहां भारी बारिश के कारण जल-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया वहीं, अब डेंगू के मामले देश के कई राज्यों में देखने को मिल रहे हैं।
दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक में पिछले साल की तुलना में इस साल कई अधिक डेंगू के मामले सामने आए हैं जिसने चिकित्सा विभाग की चिंता बढ़ा दी है।
गौरतलब है कि कर्नाटक में पिछले साल की तुलना में डेंगू के मामलों में 18 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, राज्य के कुल मामलों में से आधे से अधिक मामले बेंगलुरु में हैं।
बेंगलुरु में मामले बढ़ने के बीच बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने लोगों को एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी है।
भारी बारिश के कारण डेंगू तेजी से फैल रहा- बीबीएमपी
बीबीएमपी अधिकारियों ने मामलों में वृद्धि के लिए जून और जुलाई में राज्य में हुई भारी बारिश को जिम्मेदार ठहराया। बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के अनुसार, शहर में इस साल 19 जुलाई तक 2,065 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि राज्य में 4,013 मामले दर्ज किए गए हैं।
बीबीएमपी सीमा के भीतर मामलों की संख्या जून में 689 से बढ़कर जुलाई के मध्य तक 825 हो गई, जबकि बेंगलुरु पूर्व और महादेवपुरा क्षेत्रों में बीबीएमपी में सबसे अधिक मामले देखे गए।
बीबीएमपी ने जारी की गाइडलाइन
बीबीएमपी ने जनता से निवारक उपाय करने और डेंगू बुखार के किसी भी लक्षण के बारे में निकटतम स्वास्थ्य केंद्र को रिपोर्ट करने का आग्रह किया।
1- डेंगू बुखार को रोकने के लिए, फूल बाजू के पहनकर बाहर निकले।
2- घरों में मच्छर भगाने के लिए दवाओं का उपयोग करें।
3- मच्छरदानी लगाकर सोएं।
4- घरों में किसी खाली जगह पर पानी को भरने न दें उसे समय-समय पर साफ करते रहें।
5 - इसके बाद भी अगर आपको डेंगू के लक्षण दिखाई देते है तो आप डॉक्टर के पास जाए।
बता दें कि डेंगू बुखार एक वायरल संक्रमण है जो मच्छरों से फैलता है। डेंगू बुखार के लक्षण तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, त्वचा पर लाल चकत्ते, उल्टी, रक्तस्राव और थकान हैं, जबकि कुछ मामलों में, यह निम्न रक्तचाप, सदमा और अंग विफलता जैसी गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है।