बहुमत परीक्षण से पहले कांग्रेस-जेडीएस विधायकों को बस में भरकर हैदराबाद पहुंचाया गया, होटल में है पूरी तैयारी
By कोमल बड़ोदेकर | Published: May 18, 2018 10:41 AM2018-05-18T10:41:21+5:302018-05-18T10:48:20+5:30
कर्नाटक में राजनीति का 'नाटक' जारी है। एक ओर जहां बीएस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं वहीं कांग्रेस और जेडीएएस सांसद तीन बसों में राज्य की सड़कों पर रात भर घूमते रहे।
बेंगलोर/हैदराबाद, 18 मई। कर्नाटक में राजनीति का 'नाटक' जारी है। एक ओर जहां बीएस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं वहीं कांग्रेस और जेडीएएस सांसद तीन बसों में राज्य की सड़कों पर रात भर घूमते रहे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस-जेडीएस के सांसद अब से कुछ ही देर में हैदराबाद स्थित हयात होटल जाएंगे। इस मामले में सांसद डीके सुरेश ने बताय कि कांग्रेस और जेडीएस के सांसद 2 घंटे में हयात होटल पहुंचेंगे हम यहां उनके लिए व्यवस्था और अरेंजमेंट कर रहे हैं।
#Hyderabad: Visuals from Park Hyatt Hotel. Congress MP from #Karnataka, DK Suresh, says, 'They (MLAs) are coming here, we are arranging everything here. We are waiting for them, in another 2 hours they will come, JD(S) and Congress both.' pic.twitter.com/CGDVINUOSU
— ANI (@ANI) May 18, 2018
बताया जा रहा है कि इन विधायकों को देर रात सड़क के रास्ते बेंगलोर से हैदराबाद भेजा जा रहा है। बीजेपी की येदियुरप्पा को फ्लोर टेस्ट पास करने के लिए राज्यपाल की ओर से 15 दिन का समय दिया है। 224 विधानसभा सीटों वाले इस राज्य में बीजेपी के पास 104 सीटें है जबकि सरकार बनाने के लिए उसे 8 विधायकों की जरूरत है। ऐसे में कांग्रेस जेडीएस 'हॉर्स ट्रैडिंग' से बचाने के लिए अपने विधायकों को एहतियातन शिफ्ट कर रही है।
कर्नाटक के 32वें मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की कुर्सी की किस्मत का फैसला आज सुप्रीम कोर्ट करने वाला है। येदियुरप्पा ने गुरुवार (17 मई) को सुबह नौ बजे राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला द्वारा बीएस येदियुरप्पा को सरकार बनाने का न्योता देने के खिलाफ कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) बुधवार देर रात सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों की पीठ ने आधी रात को मामले पर सुनवाई करते हुए शपथ ग्रहण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को बीएस येदियुरप्पा द्वारा राज्यपाल को 15 मई और 16 मई को सौंपे गये पत्र गुरुवार को सर्वोच्च अदालत में जमा करने का आदेश दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई शुक्रवार (18 मई) को नियत की थी।