कर्नाटक: सिद्धारमैया के 'शपथ ग्रहण' समारोह में शामिल होंगे 8 राज्यों के सीएम, भेजा गया न्यौता
By रुस्तम राणा | Published: May 18, 2023 06:49 PM2023-05-18T18:49:13+5:302023-05-18T19:03:45+5:30
कर्नाटक की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में 8 राज्यों के मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया गया है। साथ ही कर्नाटक कांग्रेस के द्वारा पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी नेता राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को निमंत्रण दिया है।
बेंगलुरु: कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के रूप में 20 मई को कांग्रेस नेता सिद्धारमैया शपथ लेंगे। जबकि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम का पदभार संभालेंगे। राज्य की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में 8 राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही कर्नाटक कांग्रेस के द्वारा पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी नेता राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को निमंत्रण दिया है।
न्यूज एएनआई के अनुसार, शपथ ग्रहण समारोह के लिए छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, हिमाचल प्रदेश के सुखविंदर सिंह सुक्खू, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को न्यौता भेजा गया है।
#KarnatakaCM swearing-in ceremony | Karnataka Congress has extended invitations to Sonia Gandhi, Rahul Gandhi and Priyanka Gandhi Vadra.
— ANI (@ANI) May 18, 2023
Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel, Rajasthan CM Ashok Gehlot, Himachal Pradesh Sukhvinder Singh Sukhu, Jharkhand CM Hemant Soren, Tamil Nadu CM… pic.twitter.com/5vmBRa3YMj
इसके अलावा सिद्धारमैया की ताजपोशी में एसपी प्रमुख अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला को भी आमंत्रित किया गया है। राज्य में नई सरकार का शपथ ग्रहण 20 मई को बेंगलुरु में दोपहर 12:30 बजे होगा।
आपको बता दें कि 75 वर्षीय सिद्धारमैया दूसरी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनेंगे। वह 2013 से 2018 तक राज्य के सीएम रह चुके हैं। हाल ही में संपन्न हुए राज्य के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 224 विधानसभा सीटों में 135 सीटें अपने नाम की है। जबकि भाजपा के हाथ केवल 66 सीटें हाथ लगीं और तीसरे नंबर जेडीएस रही जिसे 19 सीटें मिली हैं।