(इंट्रो, तीसरे और चौथे पैरा में सुधार के साथ)
बेंगलुरू, 23 नवंबर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने उत्तरी बेंगलुरू में आई बाढ़ के मद्देनजर मंगलवार को नगर निकायों को वर्षा जल की निकासी करने वाले नालों (एसडब्ल्यूडी) पर अतिक्रमण की पहचान करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने उन लोगों को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की भी घोषणा की, जिनके घर बाढ़ के कारण पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जिन लोगों के घर बाढ़ में डूब गए उन्हें 10,000 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
बोम्मई ने शहर के यलहंका में केंद्रीय विहार अपार्टमेंट का निरीक्षण करने के बाद संवाददाताओं से कहा, '' वर्षा जल की निकासी करने वाले नालों अथवा उसके बफर जोन पर बने कई आवासीय परिसरों को भारी बारिश होने पर परिणाम भुगतना पड़ता है। हम उन इमारतों को नोटिस दे रहे हैं, जो वर्षा जल की निकासी करने वाले नालों या उसके बफर जोन पर बनी हैं। इसको लेकर हम एक अभियान शुरू करेंगे।''
मुख्यमंत्री ने बाढ़ और नालों पर अतिक्रमण को पूरे बेंगलुरु में एक बड़ी समस्या करार देते हुए कहा कि सरकार ने वर्षा जल की निकासी करने वाले इन नालों के पुनर्निर्माण को 50 किलोमीटर तक बढ़ाने का फैसला किया है।
बोम्मई ने यह भी कहा कि उन्होंने बृहद बेंगलुरु महानगर पालिका के मुख्य आयुक्त को जल्द ही नालों में रुकावट की पहचान करने और उन्हें हटाने के लिए एक अभियान शुरू करने का निर्देश दिया है। उन्होंने इस काम के लिए आर्थिक मदद देने का आश्वासन भी दिया है।
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