कर्नाटक मंत्रिमंडल फेरबदलः कौन मंत्री नहीं बनना चाहेगा?, कई कांग्रेस विधायक ने इच्छा जतायी?, दिल्ली में खड़गे से मिलेंगे सीएम सिद्धरमैया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 17, 2025 17:30 IST2025-11-17T17:29:40+5:302025-11-17T17:30:48+5:30
Karnataka Cabinet Reshuffle: कई अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि यदि कांग्रेस आलाकमान फेरबदल को मंजूरी दे देता है तो इससे संकेत मिलेगा कि सिद्धरमैया अपना कार्यकाल पूरा कर लेंगे, जिससे उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के मुख्यमंत्री बनने की संभावना कम हो जाएगी।

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बेंगलुरुः कर्नाटक में मंत्रिमंडल में संभावित फेरबदल को लेकर अटकलें जारी रहने के बीच सत्तारूढ़ कांग्रेस के कुछ विधायक खुले तौर पर मंत्री पद हासिल करने की इच्छा व्यक्त कर रहे हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री सिद्धरमैया फिलहाल नयी दिल्ली में हैं और उनके कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करने की उम्मीद है, जिस दौरान मंत्रिमंडल में फेरबदल पर चर्चा हो सकती है।
पार्टी के कई अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि यदि कांग्रेस आलाकमान फेरबदल को मंजूरी दे देता है तो इससे संकेत मिलेगा कि सिद्धरमैया अपना कार्यकाल पूरा कर लेंगे, जिससे उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के मुख्यमंत्री बनने की संभावना कम हो जाएगी। नवंबर में कांग्रेस सरकार के पांच साल के कार्यकाल के आधे पड़ाव पर पहुंचने पर मुख्यमंत्री पद में संभावित बदलाव के बारे में अटकलें लगाई जा रही हैं।
जिसे कुछ लोग सिद्धरमैया और शिवकुमार से जुड़े कथित सत्ता-साझाकरण समझौते का हवाला देते हुए ‘‘नवंबर क्रांति’’ के रूप में संदर्भित कर रहे हैं। हुंगुंड से कांग्रेस विधायक विजयानंद काशप्पनवर ने मुख्यमंत्री के नयी दिल्ली जाने से पहले उनसे मुलाकात की और उनके लिए मंत्री पद पर विचार करने का अनुरोध किया।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं मंत्री पद के आकांक्षी के तौर पर मुख्यमंत्री से मिला था। उन्होंने कहा कि समय आने पर देखेंगे। मैंने और मेरे परिवार ने पिछले 50 वर्षों से कांग्रेस पार्टी की सेवा की है इसलिए मैंने उनसे अनुरोध किया कि वे मुझे भी ज़िम्मेदारी देने पर विचार करें। मुझे विश्वास है कि वह मुझे अवसर प्रदान करेंगे।’’
हुबली-धारवाड़ पूर्व से विधायक अभय प्रसाद ने दावा किया कि वह मंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह सिर्फ़ मेरी मांग नहीं है, यह इस क्षेत्र के लोगों की मांग है। लोग मुझसे कह रहे हैं कि आप लगातार तीन बार जीते हैं, यह इस क्षेत्र का इतिहास है, आप 32,500 से ज़्यादा वोटों के अंतर से जीते हैं, जो एक रिकॉर्ड है।’’
कांग्रेस विधायकों का एक वर्ग पिछले कुछ समय से मंत्रिमंडल में फेरबदल की मांग कर रहा है और कई लोग खुले तौर पर इसमें शामिल होने की इच्छा जता रहे हैं। कर्नाटक में मुख्यमंत्री सहित 34 मंत्रियों की स्वीकृत संख्या है। वर्तमान में मंत्रिमंडल में कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि एसटी विकास निगम में गबन के आरोपों के कारण बी नागेंद्र के इस्तीफे और पार्टी आलाकमान के निर्देश पर के एन राजन्ना की बर्खास्तगी के बाद दो पद रिक्त हैं।
सिद्धरमैया के करीबी माने जाने वाले समाज कल्याण मंत्री एच सी महादेवप्पा ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) नेतृत्व और मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल में फेरबदल जैसे मामलों पर फैसला करेंगे। महादेवप्पा ने कहा, ‘‘हमेशा की तरह जब वह वहां (दिल्ली) जाएंगे तो एआईसीसी अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे।
बिहार चुनाव और स्वाभाविक रूप से राजनीति, विकास और शासन पर चर्चा हो सकती है। अंत में क्या करना है, यह आलाकमान और मुख्यमंत्री द्वारा तय किया जाएगा।’’ गृह मंत्री जी परमेश्वर ने संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि उन्हें किसी ‘‘क्रांति’’ या मंत्रिमंडल फेरबदल की जानकारी नहीं है।