कर्नाटक भाजपा ने उदयपुर घटना की निंदा करते हुए कट्टरवाद से निपटने के लिए 'योगी मॉडल' लागू करने की बात कही
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 29, 2022 07:52 PM2022-06-29T19:52:17+5:302022-06-29T19:58:35+5:30
उदयपुर में कन्हैया की हत्या के लिए राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कर्नाटक भाजपा ने आरोप लगाया कि कन्हैया लाल की मौत "राज्य की गहलोत सरकार की तुष्टिकरण नीति" के कारण हुई है।
बेंगलुरु:कर्नाटक भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान के उदयपुर में इस्लामिक कट्टरवाद के कारण मारे गये दर्जी कन्हैया लाल के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि इस्लामिक कट्टरवाद से निपटने के लिए देश में "योगी मॉडल" लागू करना चाहिए।
इसके साथ ही राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कर्नाटक भाजपा ने आरोप लगाया कि कन्हैया लाल की मौत "राज्य की गहलोत सरकार की तुष्टिकरण नीति" के कारण हुई है।
कर्नाटक भाजपा ने कहा कि एक हिंदू दर्जी की हुई निर्मम हत्या बेहद शर्म की बात है। इसके साथ ही उन्होंने कर्नाटक में मारे गये बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि जैसे राजस्थान में कन्हैया लाल को मार दिया गया है, ठीक उसी तरह से शिमोगी जिले में हत्यारों ने हर्ष का गला काट दिया था और उस हत्याकांड का भी वीडियो जारी किया गया था।
कर्नाटक भाजपा ने यह आरोप भी लगाया कि कन्हैया की हत्या में कुछ विदेशी संगठन का हाथ है। उनका कहना है कि राज्य की कांग्रेस सरकार केवल तुष्टीकरण कर रही है और यही कारण है कि कांग्रेस इस मामले में बेहद खामोश है।
इस हत्याकांड के लिए कांग्रेस को निशाना बनाते हुए कर्नाटक भाजपा लगातार उसे घेरने की कोशिश कर रही है। यही वजह है कि भाजपा ने राज्य में कांग्रेस की निंदा के लिए एक ऑनलाइन अभियान शुरू किया है। जिसे उसने "आतंकवादी कांग्रेस" का नाम दिया है, जिसमें दावा किया गया है कि कांग्रेस जिस-जिस राज्य में सत्ता में है वहां पर हिंदू सुरक्षित नहीं हैं।
कर्नाटक भाजपा ने कहा, "कांग्रेस एक आतंकवादी पार्टी है। कांग्रेस पार्टी का मुख्य उद्देश्य कट्टरपंथी तत्वों को खुश करना है। यही कारण है कि कांग्रेस इस तरह की अमानवीय घटना के बाद भी चुप है।"
इस बीच कर्नाटक विधान परिषद में विपक्ष के नेता बीके हरिप्रसाद ने उदयपुर में मारे गये कन्हैया लाल की हत्या की निंदा की है। उन्होंने कहा कि अपराध के बहाने राजनीतिक बयानबाजी करना ठीक नहीं है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरिप्रसाद ने कहा, “यह एक ऐसा देश है जहां सभी धर्मों के लोग शांति से रहते हैं। किसी की मृत्यु का महिमामंडन नहीं किया जाना चाहिए और न ही उस पर राजनीति होनी चाहिए।”
मालूम हो कि बीते मंगलवार को राजस्थान के उदयपुर में दो बर्बर हत्यारों ने कन्हैया लाल नाम के एक दर्जी की हत्या कर दी। कन्हैया का सिर काटने वाले आरोपियों घोउस मोहम्मद और रियाज़ को राजस्थान पुलिस ने उदयपुर के बगल के जिले महासमुंद से गिरफ्तार कर लिया और उन दोनों पर यूएपीए के तहत केस दर्ज किया गया है।
आरोप है कि दोनों आरोपियों ने हत्या करने के बाद उसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। दोनों ने वीडियो जारी करते हुए हमले की जिम्मेदारी ली और हत्या में प्रयोग किये गये हथियारों को भी दिखाया। आरोपियों की उदयपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तारी होने के बाद अब मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी कर रही है।