कर्नाटक विधानसभा चुनाव: भाजपा मारेगी बाजी या कांग्रेस करेगी बड़ा 'खेल', आज हो रही वोटों की गिनती, दोपहर तक तस्वीर होगी साफ
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 13, 2023 08:18 AM2023-05-13T08:18:25+5:302023-05-13T08:23:16+5:30
कर्नाटक चुनाव के बाद आज वोटों की गिनती का दिन है। मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हो चुकी है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 10 मई को वोट डाले गए थे।
बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आज आएंगे। वोटों की गिनती शनिवार सुबह 8 बजे शुरू हो गई। 224 सदस्यों वाले विधानसभा के लिए कर्नाटक में 10 मई को वोट डाले गए थे। चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस के बीच है। शीर्ष नेताओं में राज्य के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बसवराज बोम्मई, कांग्रेस नेता सिद्धरमैया और डी के शिवकुमार और जेडीएस के एच डी कुमारस्वामी सहित कई अन्य चेहरे हैं, जिन पर नजर होगी। राज्य में बहुमत का आंकड़ा 113 है।
कर्नाटक: 36 केंद्रों पर सुबह 8 बजे शुरू हुई वोटों की गिनती
मतगणना राज्य भर के 36 केंद्रों में सुबह 8 बजे शुरू हुई और चुनाव अधिकारियों को परिणाम के बारे में एक स्पष्ट तस्वीर दोपहर तक सामने आने की उम्मीद है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए राज्य भर में, विशेषकर मतगणना केंद्रों के अंदर और आसपास सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को चुनाव में 73.19 प्रतिशत का मतदान दर्ज किया गया था।
ऐसे में जब ज्यादातर ‘एग्जिट पोल’ में कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़े मुकाबले का पूर्वानुमान जताया गया है, दोनों दलों के नेता नतीजों को लेकर 'बेचैन' लग रहे हैं, जबकि जेडीएस एक त्रिशंकु जनादेश की उम्मीद करता दिख रहा है, जो इसे सरकार गठन में एक भूमिका निभाने का मौका प्रदान करेगा।
कर्नाटक चुनाव: एग्जिट पोल में कांग्रेस को बढ़त
अधिकांश चैनलों के एग्जिट पोल ने सत्तारूढ़ भाजपा पर कांग्रेस को बढ़त दी है, जबकि राज्य में त्रिशंकु विधानसभा की संभावना का भी संकेत दिया है। राज्य में भाजपा राज्य की सत्ता में क्रमिक रूप से बदलाव की 38 साल पुरानी परंपरा तोड़ने की उम्मीद में है। इसके लिए पार्टी मोदी प्रभाव पर भरोसा जता रही है। वहीं कांग्रेस भी इस चुनाव में जीत हासिल करना चाहती है ताकि वह इसका इस्तेमाल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने के लिए कर सके।
वहीं यह भी देखा जाना बाकी है कि त्रिशंकु जनादेश की स्थिति में क्या सरकार बनाने की कुंजी पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाली जेडीएस के पास होगी? दिल्ली और पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने भी इस विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारे थे। इसके अलावा कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में कुछ छोटे दल भी मैदान में थे।
(भाषा इनपुट)