Karnataka Assembly Elections 2023: आप ने अरविंद केजरीवाल की गैरमौजूदगी में जारी किया घोषणापत्र, भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन का किया वादा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 7, 2023 10:08 PM2023-05-07T22:08:49+5:302023-05-07T22:14:29+5:30
आम आदमी पार्टी ने अपने राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गैर-मौजूदगी में कर्नाटक चुनाव के लिए पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया।
बेंगलुरु: आम आदमी पार्टी ने भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस के बीच फंसे कर्नाटक चुनाव में जबरदस्त पेंच फंसाते हुए पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र जारी किया है। आप ने दावा किया है कि वो मौजूदा भाजपा और उसे पूर्व कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार से बेहतर प्रशासन देंगे। आप ने एक सूत्रीय भ्रष्टाचार पर हमला बोला है और कर्नाटक की जनता से वादा किया है वो स्वच्छ शासन दने की गारंटी देते हैं।
इस पूरे मामले में सबसे दिलचस्प बात यह है कि आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत दिल्ली से आप पार्टी का कोई वरिष्ठ नेता चुनावी घोषणा पत्र जारी करते समय बेंगलुरु में मौजूद नहीं था। हाल के दिनों में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी ने कर्नाटक की जनता से वादा किया है कि उनके विकास के वादों में भ्रष्टाचार रहित
शिक्षा और स्वास्थ्य को केंद्रीत करते हुए जन कल्याणकारी योजनाएं लागू की जाएंगी।
आप ने अपने चुनावी घोषणापत्र में जिन वादों का जिक्र किया है, उसमें शून्य भ्रष्टाचार के अलावा, बेरोजगार युवाओं के लिए 3,000 रुपये का वजीफा, 300 यूनिट मुफ्त बिजली, किसानों की ऋण माफी, न्यूनतम समर्थन मूल्य, उच्च गुणवत्ता वाली मुफ्त शिक्षा की बातें शामिल हैं।
पार्टी की ओर से चुनावी घोषणा पत्र जारी करते हुए आप के प्रदेश अध्यक्ष पृथ्वी रेड्डी ने परोक्ष तौर पर कांग्रेस को निशाने पर लिया और कहा, "हमने कर्नाटक में हजारों लोगों से मिलकर और उनकी राय जानने के बाद पार्टी का घोषणापत्र तैयार किया है। कई पार्टियों ने हमारी योजनाओं की नकल की है और लोगों को समान गारंटी और वादे दिए हैं।"
उन्होंने कहा, "आम आदमी पार्टी कर्नाटक में बड़े बदलाव का लक्ष्य लेकर चल रही है। पार्टी राज्य के मतदाताओं से अपील करती है कि वो दिल्ली और पंजाब की तरह कर्नाटक का भविष्य बदलने के लिए पार्टी को एक मौका जरूर दे।"
वहीं आप घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष अश्विन महेश ने कहा, "यह आप का घोषणापत्र नहीं कर्नाटक की जनता का सपना है। हमने हजारों लोगों से राय लेकर और उन्हें विश्वास में लेकर तैयार किया है और हम चाहते हैं कि अगर मतदाता हमसे चुनावी वादे को लेकर चर्चा करना चाहते हैं तो पार्टी उसके लिए भी सदैव तैयार है।"