'मैं कोलार से चुनाव करने के लिए तैयार हूं पर हाईकमान का फैसला अंतिम होगा': कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया
By अनुभा जैन | Published: April 2, 2023 07:15 PM2023-04-02T19:15:51+5:302023-04-02T19:18:04+5:30
सिद्धारमैया कोलार से भी चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा, ’मैं कोलार से मुकाबले के लिए मानसिक रूप से तैयार हूं पर हाईकमान का फैसला अंतिम होगा।’

'मैं कोलार से चुनाव करने के लिए तैयार हूं पर हाईकमान का फैसला अंतिम होगा': कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया
बेंगलुरु:सिद्धारमैया, जिन्होंने घोषणा की थी कि 2023 का चुनाव उनका आखिरी होगा, कांग्रेस पार्टी द्वारा उन्हें वरुणा (मैसूर जिला) के अपने गृह क्षेत्र से मैदान में उतारा गया है। हालांकि सिद्धारमैया कोलार से भी चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा, ’मैं कोलार से मुकाबले के लिए मानसिक रूप से तैयार हूं पर हाईकमान का फैसला अंतिम होगा।’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में 9 अप्रैल को होने वाले ’जय भारत’ अधिवेशन को लेकर हुई प्रारंभिक बैठक में बोलते हुए पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि संविधान को बचाने के लिए 9 अप्रैल को कोलार में एक बड़ा सम्मेलन आयोजित किया जायेगा ताकि लोकतांत्रिक व्यवस्था और देश में सद्भाव स्थापित हो सके।
उन्होंने कहा, “यह एक राष्ट्रीय रक्षा कार्यक्रम है और यह किसी भी तरह की राजनीतिक रैली नहीं है। यदि यह राजनीति के लिए आयोजित किया जा रहा होता, तो इतनी रुचि और समर्पण नहीं होता। संविधान और लोकतंत्र खतरे में है और प्रयास किए जा रहे हैं।“ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता छीन ली गई,“ उन्होंने चिंता व्यक्त की।
उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी ने देश में शांति, एकता और सद्भाव की भावना पैदा करने के उद्देश्य से भारत पहचान यात्रा निकाली। उन्होंने इस यात्रा को लेकर मोदी और अमित शाह की आलोचना की और वे पृष्ठभूमि में नफरत की राजनीति कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ’’क्या चोर को चोर कहना अपराध है? देश की जनता का पैसा लूटने वाले चोरों को चोर कहना क्या अपराध है? उन्होंने लूटपाट की, देश से भागे, और विदेश में आराम से जीवन व्यतीत कर रहे हैं।’’
पूर्व केंद्रीय मंत्री के.एच. मुनियप्पा ने कहा कि खतरा है और लोकतंत्र की हत्या हो रही है। लोकतंत्र, संविधान और आजादी को बचाने के लिए संघर्ष जारी है। राहुल को सशक्त बनाने के लिए हम सभी को मिलकर लड़ना होगा। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार, एआईसीसी सचिव अभिषेक दत्त, विधान परिषद सदस्य नजीर अहमद, एम.एल. अनिल कुमार, विधायक एस.एन. इस अवसर पर नारायणस्वामी, नन्जेगौड़ा, रूपकला शशिधर इस अवसर पर उपस्थित थे।
कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता के अनुसार, “यदि सिद्धारमैया अपने निर्वाचन क्षेत्रों को पर्याप्त समय देते हैं, तो कांग्रेस की अन्य सीटों को नुकसान हो सकता है। यदि वह अपनी सीटों को नजरअंदाज करते हैं, तो वह दोनों सीटों को खोने का जोखिम उठा सकते है। वरुणा सीट का प्रतिनिधित्व वर्तमान में उनके बेटे यतींद्र द्वारा किया जा रहा है।
कांग्रेस ने अभी तक कोलार और बादामी के लिए किसी भी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है, जिसका वर्तमान में सिद्धारमैया प्रतिनिधित्व करते हैं। इससे पहले इन दो सीटों से भाजपा और जद (एस) ने सिद्धारमैया के खिलाफ मजबूत उम्मीदवारों को चुना था। 2018 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से बी श्रीरामुलु ने उत्तर कर्नाटक के बादामी विधानसभा क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ चुनाव लड़ा था।
इस बार स्थिति थोड़ी अलग दिख रही है और सिद्धारमैया को कड़ी टक्कर का सामना नहीं करना पड़ सकता है क्योंकि वरुणा में उनका गढ़ है और उन्हें के.आर रमेश कुमार, कृष्णा बायरे गौड़ा, केएच मुनियप्पा और के श्रीनिवास गौड़ा सहित शक्तिशाली स्थानीय पदाधिकारियों का ठोस समर्थन प्राप्त है। उनके बेटे यतींद्र ने भी अच्छा नाम कमाया है और वे वरुणा में चुनाव प्रचार की कमान संभाल सकते हैं।