#KuchhPositiveKarteHain: जिस बटालियन के लिए पिता ने कारगिल युद्ध में दी शहादत, बेटे ने 19 साल बाद उसी में लेफ्टिनेंट बन दी श्रद्धांजलि
By राहुल मिश्रा | Published: June 13, 2018 11:15 AM2018-06-13T11:15:25+5:302018-07-17T08:24:46+5:30
पिता के शहीद होने की खबर सुनकर उसी समय हितेश ने बड़ा होने पर सेना से जुड़कर देशसेवा की कसम खाई थी।
देशभक्ति और देशसेवा का जज्बा हर देशवासी के खून में होता है। इसीलिए वतन पर मर मिटने वालों की फेहरिस्त भी काफी लंबी है। बहुत से ऐसे लोग हैं जो देशसेवा में अपना सर्वस्व न्योछावर कर देते हैं। हाल ही में लेफ्टिनेंट की उपाधि लेने वाले हितेश कुमार भी इसी फेहरिस्त में हैं। बचपन से ही देशसेवा और सैन्य परिवार में पले बढ़े हितेश ने महज छह साल की उम्र में सेना में जाने का फैसला कर लिया था।
मुजफ्फर नगर के रहने वाले हितेश कुमार महज छह साल के थे, अचानक हुई एक घटना ने उनके पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया। उनके पिता लांस नायक बच्चन सिंह 1999 में कारगिल युद्ध में शहीद हो गए थे। राजपूताना राइफल्स की दूसरी बटालियन में तैनात बच्चन सिंह 12 जून, 1999 को तोलोलिंग में शहीद हुए थे। पिता के शहीद होने की खबर सुनकर उसी समय हितेश ने बड़ा होने पर सेना से जुड़कर देशसेवा की कसम खाई थी। अब लगभग 19 साल के बाद हितेश का सपना पूरा हुआ है। वह देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी की पासिंग आउट परेड में सफल होने के बाद लेफ्टिनेंट बन गए हैं। गौरव की बात यह है कि अब वह उसी बटालियन की सेवा करेंगे जिसमें कभी उनके पिता की तैनाती थी।
(प्रतीकात्मक फोटो)
परेड समापन के बाद हितेश ने मुजफ्फरनगर के सिविल लाइन्स इलाके में बने स्मारक पर अपने पिता बच्चन सिंह की प्रतिमा पर पहुंच कर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हितेश ने कहा कि, ''मैंने 19 साल तक सेना में जाकर देश सेवा करने का सपना देखा। मेरी मां का भी यही सपना था। अब मैं अपने देश की गर्व और ईमानदारी से सेवा करना चाहता हूं।'
माँ कमलेश बाला ने कहा कि, 'हितेश को सेना में कमीशन प्राप्त हुआ है, यह मेरे लिए गर्व की बात है। माँ कमलेश के अनुसार उनका छोटा बेटा हेमंत भी सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा है। उनका कहना था कि पति बच्चन के शहीद होने के बाद उनके परिवार की जिंदगी बहुत सारी मुसीबत में घिर गई लेकिन दोनों बच्चों को पालने में मैने पूरा जोर लगा दिया। मुझे खुशी है कि बेटा सेना में भर्ती हो गया है। हितेश के पिता को उसपर गर्व होगा।'