कंगना रनौत के बयान पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोले-ऐसे लोगों को मजाक में लीजिए, ध्यान मत दीजिए
By एस पी सिन्हा | Updated: November 15, 2021 20:59 IST2021-11-15T20:58:15+5:302021-11-15T20:59:19+5:30
विवादित बयान को लेकर कांग्रेस सहित विपक्ष ने केंद्र सरकार से कंगना से अवार्ड वापस लेने की मांग की.

कंगना सोशल मीडिया और तमाम कम्यूनिकेशन के प्लेटफॉर्म पर ट्रोल होने लगी.
पटनाः फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के आजादी को लेकर दिये गये बयान के बाद छिडे़ विवाद पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि ऐसे लोगों को मजाक में लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि कुछ लोग पब्लिसिटी(प्रचार) के लिए कुछ भी बोलते रहते हैं, ऐसे लोगों पर ध्यान ही नहीं देना चाहिए.
नीतीश कुमार ने कहा कि किसे पता नहीं है कि भारत को आजाद कब मिली? उन्होंने कहा कि भारत को आजादी 1947 में मिली, यह बात सभी को पता है...ऐसे लोगों को नोटिस ही नहीं लेना चाहिए जो पब्लिसिटी के लिए इस प्रकार का बयान देते रहते हैं.
यहां बता दें कि हिंदी फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत पद्म श्री अवार्ड लेने के बाद एक टीवी चैनल को इंटरव्यू कहा था कि 1947 में देश को आजादी भीख में मिली. असली आजादी 2014 में मिली. इसके बाद कंगना सोशल मीडिया और तमाम कम्यूनिकेशन के प्लेटफॉर्म पर ट्रोल होने लगी.
विवादित बयान को लेकर कांग्रेस सहित विपक्ष ने केंद्र सरकार से कंगना से अवार्ड वापस लेने की मांग की. वहीं कंगना के विवादित बयान पर भाजपा भी साथ नहीं दी और भाजपा ने इस बयान से अपने-आप को किनारा कर लिया.
हाल ही में बिहार में जहरीली शराब के सेवन से लगभग 47 लोगों की मौत के संबंध में एक प्रश्न के उत्तर में नीतीश ने कहा कि कल हमलोग शराबबंदी को लेकर विस्तृत समीक्षा करेंगे और इस बैठक में सभी जिलों से विस्तृत जानकारी ली जायेगी.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हिंदुत्व वाले बयान पर पूछे गये सवाल पर नीतीश ने कहा कि ये उन्हीं से पूछिये, वही पूरा बतायेंगे. उन्होंने कहा कि इन सब चीजों पर क्या चर्चा करना है, कुछ लोग कुछ बोलकर चर्चा में बने रहना चाहते हैं और उनको काम में रुचि नहीं है. ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 121 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए.