मध्य प्रदेश: कमलनाथ के प्रतिनिधि महाकाल लोक आए, तकनीकि जानकारों को साथ लाए, बताया भ्रष्टाचार हुआ
By बृजेश परमार | Published: May 30, 2023 10:11 PM2023-05-30T22:11:26+5:302023-05-30T22:14:52+5:30
कमलनाथ ने घटना की गंभीरता को देखते हुए एक जांच समिति का गठन किया था जिसमें सज्जनसिंह वर्मा के नेतृत्व में विधायक रामलाल मालवीय,दिलीप गुर्जर,महेश परमार,मुरली मोरवाल,शोभा ओझा,के के मिश्रा की जांच समिति बनाई थी।

मध्य प्रदेश: कमलनाथ के प्रतिनिधि महाकाल लोक आए, तकनीकि जानकारों को साथ लाए, बताया भ्रष्टाचार हुआ
उज्जैन: रविवार को आए आंधी तुफान के दौरान महाकाल लोक में सप्तऋषि की सात में से 6 प्रतिमाएं पेडस्टल छोड़कर जमीन पर आ गिरी थी।इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने जांच के लिए 07सदस्यीय समिति बनाई थी। समिति मंगलवार को पूर्वान्ह जांच के लिए अपने साथ तकनीकि विशेषज्ञों को लेकर महाकाल लोक पहुंची और निरीक्षण करने के साथ स्थिति को जांचा है।
2 दिन पहले आंधी तूफान के साथ तेज बारिश के बीच महाकाल लोग की मूर्तियां क्षतिग्रस्त हुई है इससे पूरे प्रशासन में हड़कंप की स्थिति देखी जा रही है। कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाते हुए राजनीति शुरू कर दी है। कमलनाथ ने घटना की गंभीरता को देखते हुए एक जांच समिति का गठन किया था जिसमें सज्जनसिंह वर्मा के नेतृत्व में विधायक रामलाल मालवीय,दिलीप गुर्जर,महेश परमार,मुरली मोरवाल,शोभा ओझा,के के मिश्रा की जांच समिति बनाई थी।
समिति को जांच की रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी के साथ पत्रकार वार्ता लेकर आम जनता के समक्ष रखने के निर्देश दिए गए थे। समिति ने मंगलवार को अपना जांच दौरा किया । समिति अपने साथ तकनीकी विशेषज्ञ सुंदर गुर्जर एवं रिंकु भाई को साथ लेकर आए थे।
सप्तऋषियों ने कमल का फूल छोड़ दिया, भाजपा संभल जाए: वर्मा
महाकाल लोक में हुई घटनास्थल को अवलोकन करने के बाद प्रेस से चर्चा के दौरान सज्जनसिंह वर्मा ने कहा कि महाकाल लोक धर्म क्षेत्र पूरे भारत में ही नहीं विश्व में आदर्श धर्मक्षेत्र बन गया है। यहां प्रतिदिन कम से कम 2 लाख से अधिक श्रद्धालु इसे तीर्थ क्षेत्र समझकर आते हैं। उस धर्म क्षेत्र को इन्होंने इस भाजपा की सरकार ने कलंकित किया है। भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है। ये जो मुर्तियां यहां टुटी है इसका ठेका गुजरात की कंपनी को दिया है। शिवराज ने गुजरात से भ्रष्टाचार को लाकर मध्यप्रदेश में स्थापित कर दिया है। नरेन्द्र मोदी के सामने महिमा मंडन करवाने के लिए आधे अधुरे काम को तत्काल उद्घाटित करवा दिया ताकि उनके नंबर बढ़े रहें। हमारे साथ जो एक्सपर्ट आए हैं सुंदर एवं रिंकू भाई उन्होंने भी आकलन किया कि इसमें 80 परसेंट भ्रष्टाचार हुआ है। ये मूर्ति जों 28-30 लाख बोल रहे हैं मैं 3 साढे तीन लाख में इससे अच्छी मूर्ति दिला सकता हुं। इससे स्पष्ट है कि यहां किस स्तर का भ्रष्टाचार हुआ है।ये भी बात सत्य है कि सप्तऋषि कमल के फूल पर बैठे हुए थे वे उतर कर नीचे आ गए हैं ये इंडिकेशन है कमल के फूल वालों भ्रष्टाचार करोगे, सिंहस्थ में भ्रष्टाचार किया तुम्हारी सरकार गई। तुमने महाकाल लोक में भ्रष्टाचार किया है तो तैयार रहो।
उन्होंने कहा कितना अन्याय है कि सनातन धर्म की बात करने वाले ये लोग सनातन धर्म में स्पष्ट उल्लेख है कि धर्म क्षेत्र में कभी भी खंडित मूर्ति स्थापित नहींकी जाती है। खंडित मूर्ति की कभी पूजा नहीं होती। एक कलेक्टर कह रहा है कि जल्द ही मूर्ति रिपेयर कर लगा देंगे। क्या तू सनातन धर्म को मानने वाला नहीं है कलेक्टर। क्या शिवराज चौहान ने कलेक्टर को निर्देश दिए हैं। अरे नई मुर्तिया लगाईये जनता की आस्था से खिलवाड़ मत करों, धन्यवाद दो कि कोई मरा नहीं है।
अवलोकन के दौरान साथ आए विशेषज्ञ रिंकु भाई ने कहा कि सबसे जरूरी चीज जो 5 फीट से उंची मूर्ति बनाने में होती है वो बोरामेंट मेट का उपयोग किया जाता है जो हवा का दबाव पूरी तरह झेल लेती है।इसमें इस तरह का कुछ उपयोग नहीं किया गया करीब इसकी मोटाई 8 एम एम होना थी जो इन्होंने डेढ –दो एम एम में ही कर दिया।जो एक हवा का झोंका नहीं झेल पाई । दूसरा फाउंडेशन में इन्होंने किसी तरह की कोई चीज इस्तेमाल नहीं की गई। जब आप 5 या 10 फीट हाईट पर कोई मूर्ति स्थापित की जाती है तो उसमें वजन बढाने के लिए उसमें कांक्रीट भर देते हैं वो भी यहां नहीं किया गया।
इसको लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा उज्जैन पहुंचे और महाकाल लोग का निरीक्षण किया साथ ही भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए सज्जन वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कमलनाथ के नेतृत्व में महाकाल लोक बनाने की प्लानिंग हुई थी लेकिन भाजपा ने कूटनीतिक करते हुए सरकार को गिरा दिया जिसके बाद प्लानिंग को आगे बढ़ते हुए महाकाल लोग का निर्माण किया जिसमें खास भ्रष्टाचार देखने को मिला है यही वजह रही है कि दो दिन पहले हुई बारिश में महाकाल लोक में लगी छ मूर्तियों क्षतिग्रस्त हो गई है इन्हें सब मामलों को लेकर राजनीति जा रही है।
भाजपा के प्रभारी मंत्री बोले प्राकृतिक आपदा पर किसी को राजनीति नहीं करना चाहिये
कांग्रेस के आरोपों को लेकर सोमवार को ही उज्जैन जिले के प्रभारी एवं वित्त, योजना, सांख्यिकी एवं वाणिज्यिक कर मंत्री जगदीश देवड़ा ने महाकाल लोक का भ्रमण किया । रविवार को आंधी-तूफान में गिरी सप्तऋषि मण्डल के मूर्तिस्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के उपरान्त मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा पर किसी का बस नहीं है। आंधी-तूफान में 50-50 साल पुराने वृक्ष उखड़कर गिर गये। आंधी-तूफान में महाकाल लोक में स्थापित किये गये सप्तऋषि मण्डल की मूर्तियां गिर गई, जबकि अन्य मूर्तियां इससे प्रभावित नहीं हुई। आंधी-तूफान में गिरी मूर्तियां शीघ्र पुन: स्थापित कर दी जायेंगी तथा अन्य मूर्तियों की तकनीकी जांच कर उन्हें सुदृढ़ किया जायेगा। आंधी-तूफान पर किसी का बस नहीं है, प्राकृतिक आपदा पर अनर्गल आरोप लगाकर किसी को राजनीति नहीं करना चाहिये।