कमलनाथ के भांजे और बहु ने प्रशासनिक प्रोटोकॉल का किया दुरुपयोग, बीजेपी ने कहा- सत्ता के नशे में हैं चूर
By बृजेश परमार | Published: June 4, 2019 08:40 PM2019-06-04T20:40:40+5:302019-06-04T20:40:40+5:30
भाजपा प्रवक्ता सचिन सक्सेना ने सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग को कांग्रेस की परंपरा करार दिया है। लोकसभा चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी के रोड शो में भी सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग की बात कही है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे और उनकी पत्नी के मंगलवार को उज्जैन आगमन में प्रशासनिक प्रोटोकॉल दुरुपयोग का मामला सामने आया है। भाजपा ने इसे लेकर कांग्रेस पर सत्ता के दुरुपयोंग का आरोप लगाया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी ओर उनकी पत्नी के साथ परिवार के आधा दर्जन सदस्य दिल्ली से उज्जैन देवदर्शन के लिए आए थे। विमान से आए सदस्यों के लिए दताना हवाई पट्टी की प्रशासनिक अनुमति ली गई थी। हवाई पट्टी से मंगलनाथ मंदिर एवं वहां से भगवान महाकाल के दर्शन पूजन करने सभी गए थे। मंगलनाथ मंदिर पर पं गोपाल शर्मा,संजय भारती,पं.अर्पित गुरू ने उनकी संकल्प पूजा करवाई।मंदिर आने और यहां से वापसी के दौरान उनके वाहनों के काफिले के साथ पुलिस एवं प्रशासन के आधा दर्जन वाहन शामिल रहे ।काफिले में जिला अस्पताल कीएंबुलेंस भी शामिल रही। वीआईपी मूवमेंट की तर्ज पर मुख्यमंत्री नाथ के रिश्तेदारों को उज्जैन भ्रमण करवाया गया और सारे दिन सरकारी मशीनरी इनके आगे-पीछे घूमते रही।
कमलनाथ के भांजा भांजा बहू और परिवार के सदस्य सबसे पहले मंगलनाथ मंदिर भात पूजा के लिए पहुंचे। इनके कारकेट में तीन पुलिस वाहन, दो प्रशासनिक वाहन, जिला चिकित्सालय की एंबुलेंस एवं अन्य वाहन शामिल थे। भात पूजा के बाद महाकाल मंदिर भी इसी काफिले के साथ पहुंचे। मंदिर के गर्भगृह में उन्होंने आधे घंटे तक पूजन-अभिषेक किया। इसके बाद वे उज्जैन से रवाना हुए। खास तो यह था कि मुख्यमंत्री के रिश्तेदारों का किसी भी अधिकारी और महाकाल प्रबंध समिति में किसी कर्मचारी को नाम तक पता नहीं थे।
मंदिर प्रबंध समिति के सुत्रों के अनुसार मंदिर को जारी किए गए पत्र में भी केवल परिवार का ही जिक्र है नामों का जिक्र नहीं किया गया है। शासकीय नियमों के अनुसार ये रिश्तेदार प्रोटोकॉल के किसी भी दायरे में नहीं आते। सत्ता के दुरुपयोग को लेकर भाजपा भी फ्रंट पर आ गई है। भाजपा प्रवक्ता सचिन सक्सेना ने सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग को कांग्रेस की परंपरा करार दिया है। लोकसभा चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी के रोड शो में भी सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग की बात कही है। सत्ता के दुरुपयोग का मामला जानने के बाद कांग्रेस के नेता प्रेस को अपना पक्ष समर्थन करने से भी बचते रहे। कांग्रेस जिला अध्यक्ष कमल पटेल ने मोबाईल फोन उठाया और मामला जानने के बाद कहने लगे की मैं गाड़ी चला रहा हुं। बाद में बात करता हूं।