राहुल के मलाल के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस में खलबली, कमलनाथ देंगे अध्यक्ष पद से इस्तीफा, बने रहेंगे मुख्यमंत्री
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: June 28, 2019 07:31 PM2019-06-28T19:31:45+5:302019-06-28T19:31:45+5:30
लोकसभा चुनाव में करारी हार को लेकर कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों, प्रदेश अध्यक्षों और अन्य पदाधिकारियों द्वारा हार की जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा न दिए जाने पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा दुख व्यक्त करने के बाद आज मध्यप्रदेश कांग्रेस में खलबली मची रही.
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार और राहुल गांधी के मलाल के बाद अब मध्यप्रदेश कांग्रेस में खलबली मच गई है. मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश में कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी लेने की बात कही और प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने को कहा है. मुख्यमंत्री द्वारा की गई इस पेशकश के बाद उनके निवास पर सुबह से मंत्रियों और पार्टी पदाधिकारियों के पहुंचने का सिलसिला तेज रहा. माना जा रहा है कि कमलनाथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देंगे और मुख्यमंत्री बने रहेंगे.
लोकसभा चुनाव में करारी हार को लेकर कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों, प्रदेश अध्यक्षों और अन्य पदाधिकारियों द्वारा हार की जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा न दिए जाने पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा दुख व्यक्त करने के बाद आज मध्यप्रदेश कांग्रेस में खलबली मची रही. सबसे पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि वो इस हार के लिए जिम्मेदार है. कमलनाथ ने कहा कि राहुल गांधी सही हैं, वो नहीं जानते कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है, लेकिन मैंने पहले इस्तीफे की पेशकश की थी और हार के लिए जिम्मेदार हूं. मुझे दूसरे नेताओं के बारे में नहीं पता. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफा देने पर अड़े रहने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी सही व्यक्ति हैं.
मुख्यमंत्री द्वारा की गई इस्तीफे की पेशकश के बाद आज शुक्रवार को अचानक राजनीतिक घटनाक्रम बदला. मुख्यमंत्री ने सुबह सभी वरिष्ठ मंत्रियों को तलब किया. मंत्रियों के अलावा मुख्यमंत्री निवास पर पार्टी के कुछ पदाधिकारियों को भी बुलाया था और बातचीत की. मुख्यमंत्री निवास पर पहुंचने वाले मंत्रियों में सज्जन सिंह वर्मा, पी.सी. शर्मा, आरिफ अकील, बाला बच्चन, कमलेश्वर पटेल शामिल हैं. मंत्रियों ने मुख्यमंत्री के साथ हुई बातचीत का उल्लेख तो नहीं किया, मगर जनसंपर्क मंत्री पी.सी.शर्मा ने इस बात का संकेत जरुर दिया कि मुख्यमंत्री प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देंगे.
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने यूथ कांग्रेस की बैठक में नेताओं से कहा था कि वो इस्तीफा वापस नहीं लेंगे, लेकिन कार्यकर्ता चिंता न करें. वो कहीं जाने वाले नहीं हैं यहीं रहेंगे और लोगों की लड़ाई मजबूती से लड़ेंगे.
मंत्री ने कहा हाईकमान कहेगा तो मैं दूंगा इस्तीफा
राहुल गांधी के मलाल के बाद राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि पार्टी हाईकमान जो चाहेगा, वे वहीं करेंगे. अगर उनसे इस्तीफा देने की मांग की गई, तो वे इस्तीफा देंगे. उन्होंने कहा कि कमलनाथ हमारे मुख्यमंत्री है, हमारे नेता है और वे जो भी कहेंगे वह उचित ही होगा.
तन्खा दे चुके हैं इस्तीफा
प्रदेश के वरिष्ठ कांगे्रसी नेता एवं सांसद विवेक तन्खा द्वारा राहुल गांधी के समर्थन में दिए गए इस्तीफे से इसकी शुरूआत हो चुकी है. उन्होंने विधि प्रकोष्ठ एवं सूचना के अधिकार विभाग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. तन्खा ने इस्तीफे के साथ ही राहुल गांधी से अपील की है कि वे अपने मन मुताबिक टीम का चयन करें. साथ ही तन्खा ने अन्य पार्टी पदाधिकारियों से भी इस्तीफा देने की अपील की है.