सिंधिया से अनबन की खबरों पर बोले कमलनाथ, मैं शिवराज से नाराज नहीं होता तो ज्योतिरादित्य से कैसी नाराजगी
By राजेंद्र पाराशर | Published: February 19, 2020 06:39 AM2020-02-19T06:39:16+5:302020-02-19T06:39:16+5:30
राज्य में एनपीआर लागू करने संबंधी सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा कि अभी इसे राज्य में लागू नहीं किया जाएगा. बता दें कि कमलनाथ के एक विधायक ने भी इस बात की कथित धमकी दी थी कि अगर राज्य में एनपीआर लागू होता है तो वह विरोध करेंगे।
कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया से अनबन की खबरों के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मेरी किसी से कोई नाराजगी नहीं है. कमलनाथ ने कहा कि जब मैं शिवराज सिंह चौहान से नाराज नहीं होता तो ज्योतिरादित्य से कैसी नाराजगी. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यहां मिंटो हाल में वैकल्पिक वित्तीय प्रबंधन से संबंधित एक दिवसीय कार्यशाला के उदघाटन सत्र के बाद मीडिया के सवालों के जवाब में यह बात कही. उन्होंने कहा कि जब सिंधिया कह रहे हैं, तो मैंने भी कहा कह दिया. उन्होंने कहा कि मैं कभी किसी से नाराज नहीं होता.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं शिवराज सिंह से नाराज नहीं होता, सिंधिया से क्यों नाराज होउंगा. राज्य में एनपीआर लागू करने संबंधी सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा कि अभी इसे राज्य में लागू नहीं किया जाएगा. उन्होंने बताया कि कैसे राज्य में वित्तीय संसाधन बढ़ाए जाएं, इसके लिए यह कार्यशाला आयोजित की गयी है। देश प्रदेश में वित्तीय हालात बदले हैं. इनके मद्देनजर नए विकल्पों पर विचार किया जाना जरुरी है.
गौरतलब है कि इससे पहले सोमवार को सिंधिया ने ग्वालियर में कहा था कि मैं जनता का सेवक हूं, जनता के मुद्दों के लिए लड़ना मेरा धर्म है. सिंधिया ने कहा हमें सब्र रखना है और अगर जिन मुद्दों को हमने अपने वचनपत्र में रखा है उनको हमें पूरा करना ही होगा. अगर नहीं होगा तो हमें सड़क पर उतरना होगा. सिंधिया इसके पूर्व टीकमगढ़ जिले में भी अतिथि विद्वानों से मुलाकात के दौरान सड़क पर उतरने की बात कह चुके हैं.
कांग्रेस विधायक ने दिया भाजपा विधायक में दोला को जवाब
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान के बाद मचे घमासान के बीच भाजपा विधायक रमेश मेंदोला द्वारा सिंधिया को हनुमानजी की शरण में आने को लेकर लिखे पत्र का जवाब ग्वालियर दक्षिण से कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने दिया है.
पाठक ने मेंदोला को पत्र लिखकर सिंधिया को जननायक, जनसेवक, सबसे पुरानी पार्टी के युवा तुर्क और वर्तमान भारतीय राजनीति की तरुणाई जैसे शब्दों से संबोधित किया है.मेंदोला को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि मुझे यह मालूम है कि सिंधिया ने आपके पत्र का जवाब नहीं देंगे. वे हमारी प्रेरणा हैं. ऊर्जा का अक्षत स्रोत हैं, इसलिए हमारे जैसे लाखों कार्यकर्ता उनके साथ हैं. पाठक ने पत्र में लिखा है कि आप समझ लें, कहीं कोई टकराव नहीं है. आप मुझसे उम्र और राजनीतिक अनुभव में काफी बड़े हैं, लेकिन सिंधिया को लिखे पत्र को पवनसुत हनुमानजी के माध्यम से अध्यात्मिक कलेवर देने का आपका असफल प्रयास है, जिससे आपकी स्वार्थी राजनीतिक महत्वाकांक्षा की दुर्गंध आती है. पत्र में पाठक ने शिवराज सरकार के कार्यकाल में हुए घोटालों का भी जिक्र किया है.