एक्टर से नेता बने कमल हासन ने रजनीकांत से 40 साल की दोस्ती का किया जिक्र, कहा- जरूरत पड़ने पर हो सकते हैं एकजुट
By रामदीप मिश्रा | Published: November 19, 2019 07:44 PM2019-11-19T19:44:46+5:302019-11-19T19:44:46+5:30
फिल्म जगत में अपने समकालीन कमल हासन के सिनेमा उद्योग में 60 साल पूरा होने के अवसर पर रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में रजनीकांत ने यह भी कहा था कि पलानीस्वामी ने अपनी सरकार के कम समय तक चलने के सभी दावों को झूठा साबित कर दिया।
तमिलनाडु में 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और राजनीतिक पार्टियां अपना चुनावी रणनीति का प्लेटफॉर्म बनाने में जुटी गई हैं। इस बीच अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने मंगलवार (19 नवंबर) को अभिनेता रजनीकांत से अपनी दोस्ती के बारे में बताया है। साथ ही साथ कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो दोनों एकसाथ भी आ सकते हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, मक्कल निधि मय्यम (एमएनएम) पार्टी के संस्थापक कमल हासन ने रजनीकांत को लेकर कहा कि उनकी दोस्ती पिछले 44 वर्षों से चली आ रही है। अगर जरूरत पड़ी तो हम तमिलनाडु के विकास के लिए एकजुट हो सकते हैं।
Kamal Haasan, Makkal Needhi Maiam (MNM) on Rajinikanth: Our friendship is continuing for last 44 years. If needed we can come together for the development of Tamil Nadu. pic.twitter.com/kguEHxEYfd
— ANI (@ANI) November 19, 2019
इससे पहले कमल हासन ने सोमवार को बीजू जनता दल के अध्यक्ष नवीन पटनायक से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद हासन ने बताया था कि उन्होंने ओडिशा के पांच बार के मुख्यमंत्री से राजनीतिक सलाह ली। पटनायक और हासन ने मुख्यमंत्री के आवास नवीन निवास पर करीब 30 मिनट तक बातचीत की थी।
फिल्म जगत में अपने समकालीन कमल हासन के सिनेमा उद्योग में 60 साल पूरा होने के अवसर पर रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में रजनीकांत ने यह भी कहा था कि पलानीस्वामी ने अपनी सरकार के कम समय तक चलने के सभी दावों को झूठा साबित कर दिया।
उन्होंने कहा था कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने इस पद पर पहुंचने के बारे में “सपने में भी नहीं सोचा होगा” और उन्होंने इस पद पर अन्नाद्रमुक नेता की पदोन्नति को “चौंकाने वाला” करार दिया।
राजनीति में आने का ऐलान कर चुके अभिनेता के सामने 2021 में होने वाले अगले विधानसभा चुनावों की चुनौती है। पलानीस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार के शुरुआती दिनों को याद करते हुए उन्होंने कहा था कि हर किसी ने ये पूर्वानुमान व्यक्त किया था कि सरकार ज्यादा वक्त तक नहीं चलेगी।