लाइव न्यूज़ :

जस्टिस बीएच लोया की मौत पर बेटे अनुज लोया ने रोकर कहा- मेरा परिवार तकलीफ में है, पापा पर राजनीति ना करें

By खबरीलाल जनार्दन | Updated: January 14, 2018 21:50 IST

जस्टिस लोया की मौत को जस्टिस अरुण मिश्रा व जस्टिस एमएम शांतानागौदर ने गंभीर मामला बताया था।

Open in App

जस्टिस बीएच लोया की मौत पर उठ रहे सवालों के बीच उनके बेटे अनुज लोया ने मीडिया में आकर पापा पर राजनीति ना करने की गुहार लगाई है। अनुज ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के कहा कि उनके पिता की मौत संदिग्‍ध परिस्थितियों में नहीं हुई थी। बल्कि उनके पिता का निधन हार्टअटैक के चलते हुई थी। अनुज ने कहा कि उन्हें अपने पापा की मौत को लेकर किसी पर भी कोई शक नहीं है। उन्होंने आंखों में आंसू भरते हुए गुजारित की कि उन्हें और उनके परिवार को परेशान ना किया जाए।

अनुज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "बीते कुछ दिनों से पापा की मौत को लेकर कई तरह की खबरें आ रही हैं। ऐसी  मीडिया रिपोर्ट्स से मेरा परिवार तकलीफ में है। मैं साफ कर देना चाहता हूं मेरे पिता की मौत किसी संदिग्‍ध परिस्थिति में नहीं हुई है। मैं मीडिया से आग्रह करता हूं कि हमें परेशान ना करें।"

इस मौके पर लोया फैमिली के वकील अमीर नाइक भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा, "जस्टिस लोया की मौत में कोई तथ्य छिपा नहीं है ना इसमें कोई विवाद रह गया है। मामले पर अनायास हो रही राजनीति से पर‌िवार दुखी है। लोया की मौत एक दुखद घटना थी। उस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।"

अनुज लोया को शुरुआत में था शक

अनुज ने अपने में बयान में भले यह साफ-साफ कहा कि उन्हें अपने पिता की मौत को लेकर किसी तरह का संदेह नहीं है। लेकिन उन्होंने इसी बयान के दौरान आखिर में यह भी जोड़ा, "मुझे अपने पिता की मौत को लेकर कोई शक नहीं है। मुझे शुरुआत में थोड़ा शक था, पर अब नहीं है।"

दोबारा क्यों उठा जस्टिस लोया की मौत का मामला

अनुज लोया का यह बयान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने मामले की जांच वरिष्ठ जजों से कराने की मांग उठाई थी। राहुल ने हालिया सु्प्रीम कोर्ट संकट के बाद कहा था, ''सुप्रीम कोर्ट के चार जजों के सवाल के तह तक जाना बहुत जरूरी है। ऐसे सवाल लोकतंत्र के लिए बड़े खतरे हैं। इसमें जस्टिस लोया की मौत के मामला उठना बेहद दुखद है। मैंने देश में ऐसी बातें पहले कभी नहीं सुनीं। अभी भी देश में कोर्ट के प्रति लोगों का भरोसा बना हुआ है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट पर ऐसे सवाल बेहद गंभीर हैं।''

क्या है जस्टिस लोया की मौत का मामला

1 दिसंबर 2014 को नागपुर में एक कलीग की बेटी की शादी में जाते वक्त जस्टिस लोया की मौत हुई थी। तब वह सीबीआई के स्पेशल जज थे। तब उनकी मौत को सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले से जोड़ कर देखा गया था। सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में अमित शाह पर भी आरोप लग थे। जस्टिस लोया मामले में जज थे। मौत के ठीक बाद उनकी बहन ने आशंका ऐसी आशंका जाहिर की थी कि यह आम मौत नहीं थी। 

इसके बाद बॉम्बे लॉयर्स एसोसिएशन के वकील अहमद आबिदी ने हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल की थी। जबकि महाराष्ट्र के पत्रकार बीआर लोन ने कांग्रेस नेता तहसीन पूनावाला के साथ सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। जस्टिस अरुण मिश्रा व जस्टिस एमएम शांतानागौदर ने इसे बेहद गंभीर मामला बताया था।

अनुज लोया के बयान पर आई प्रतिक्रियांए

अनुज लोया की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद परिवार पर दबाव डाले जाने और 100 करोड़ रुपये तक रिश्वत का ऑफर होने के बारे में मी‌डिया रिपोर्ट्स आ रहीं हैं। जबकि कांग्रेस नेता पूनावाला का दावा है कि कुछ बेहद वरिष्ठ वकीलों ने उनसे याचिका लेने को कहा। ऐसा करने के लिए उन्हें कुछ माध्यमों से भी दबाव बनाने की को‌शिश की गई।

टॅग्स :सुप्रीम कोर्टअमित शाह
Open in App

संबंधित खबरें

भारत'अमित शाह ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन का आधार तैयार करने के लिए SIR का इस्तेमाल किया', ममता बनर्जी ने लगाया आरोप

भारतSupreme Court: बांग्लादेश से गर्भवती महिला और उसके बच्चे को भारत आने की अनुमति, कोर्ट ने मानवीय आधार पर लिया फैसला

भारतनूरा कुश्ती या भड़ास निकालने का सही समय, महायुति में मारामारी

भारतआपको बता दूं, मैं यहां सबसे छोटे... सबसे गरीब पक्षकार के लिए हूं, जरूरत पड़ी तो मध्य रात्रि तक यहां बैठूंगा, प्रधान न्यायाधीश सूर्यकांत ने कहा

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत

भारत अधिक खबरें

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण