Jubilee Hills by election results: 24729 से जीत, नवीन यादव ने मगंती सुनीता को हराया
By सतीश कुमार सिंह | Updated: November 14, 2025 16:08 IST2025-11-14T15:41:09+5:302025-11-14T16:08:48+5:30
Jubilee Hills by election results: जून में बीआरएस विधायक मगंती गोपीनाथ के निधन के कारण यह उपचुनाव कराना पड़ा था।

Jubilee Hills by election results
Jubilee Hills by election results:कांग्रेस उम्मीदवार वी. नवीन यादव ने शुक्रवार को जुबली हिल्स विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीआरएस उम्मीदवार मगंती सुनीता को 24,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया। यादव को 98,988 वोट मिले, जबकि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) उम्मीदवार को 74,259 वोट मिले। भाजपा उम्मीदवार एल. दीपक रेड्डी की जमानत जब्त हो गई, जिन्हें केवल 17,061 वोट मिले। इस साल जून में बीआरएस विधायक मगंती गोपीनाथ के निधन के कारण यह उपचुनाव कराना पड़ा था।
तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष बी. महेश कुमार गौड़ ने शुक्रवार को कहा कि जुबली हिल्स विधानसभा उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार की संभावित जीत रेवंत रेड्डी सरकार के प्रदर्शन की पुष्टि करती है। निजामाबाद में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मतदाताओं ने के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को खारिज कर दिया है।
गौड़ ने कहा कि पिछले साल सिकंदराबाद छावनी सीट और अब जुबली हिल्स उपचुनाव में कांग्रेस की सफलता से पता चलता है कि लोग मुख्यमंत्री रेड्डी के नेतृत्व और सरकार के कल्याणकारी कार्यक्रमों से संतुष्ट हैं। गौड़ ने कहा, ‘‘जब बीआरएस का 2024 के लोकसभा चुनावों में खाता तक नहीं खुला था, तो यह स्पष्ट हो गया कि राज्य में उसका कोई भविष्य नहीं है।
बीआरएस अब अपनी सीट बचाने में विफल रही है। जुबली हिल्स के लोगों का फैसला है कि बीआरएस के लिए राज्य में कोई जगह नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि जुबली हिल्स उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार तीसरे स्थान पर है।
यह तेलंगाना विधानसभा द्वारा पूर्व में पारित शिक्षा, रोज़गार और स्थानीय निकायों में पिछड़ी जातियों को 42 प्रतिशत आरक्षण देने वाले विधेयकों को केंद्र की भाजपा नीत सरकार द्वारा मंज़ूरी न देने का नतीजा है। उपचुनाव के लिए मतदान 11 नवंबर को हुआ था। इस साल जून में बीआरएस विधायक मगंती गोपीनाथ का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो जाने के कारण उपचुनाव कराना ज़रूरी हो गया था।