BJP: जेपी नड्डा ने किया खुलासा, कैसे आउट हुए शिवराज और मोहन की हुई एंट्री
By अनुराग.श्रीवास्तव@लोकमत.इन | Published: December 14, 2023 05:38 PM2023-12-14T17:38:34+5:302023-12-14T17:46:13+5:30
अपने फैसलों को लेकर चौंकाने वाले मोदी शाह मध्य प्रदेश में मोहन यादव के नेतृत्व में पार्टी ने आगे बढ़ने का फैसला किया । लेकिन मध्य प्रदेश में मोहन यादव की एंट्री और शिवराज की विदाई की सबसे बड़ी वजह क्या है? आज हम आपको बता रहे हैं।
BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा का बड़ा खुलासा,मोहन की एंट्री और शिवराज की कैसे तय हुई विदाई
मध्य प्रदेश में भाजपा विधायक दल की बैठक में मोहन यादव को चुने जाने के पीछे बड़ी वजह क्या है। बीजेपी ने आखिर क्यों मोहन यादव के नाम पर मोहर लगाई और शिवराज की विदाई तय कर दी। इन दो बड़े फैसलों की वजह आज हम आपको बताते हैं। बीजेपी का चौकाने वाला फार्मूला क्या है।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक मीडिया को दिए इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया, कि पार्टी मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और राजस्थान में नए चेहरे के साथ आगे क्यों बड़ी, और जनता के दिलों में जगह बनाने वाले नेताओं को बाहर का रास्ता क्यों दिखाया। पार्टी अध्यक्ष के मुताबिक बीजेपी के पास बहुत बड़ा डाटा बैंक है जिसका वह लगातार स्टडी करते रहते हैं। पार्टी एक्टिव कार्यकर्ता के बारे में पूरी जानकारी रखती है। बीजेपी में बायोडाटा से काम नहीं चलता है और ना नेताओं के आगे नमस्ते करने से रास्ते खुलते हैं। जो नेता इस तरीके का व्यवहार करते हैं वह गलतफहमी का शिकार होते हैं। बीजेपी पार्टी के हर कार्यकर्ता के बारे में बारीकी से वॉच करती है। इस बात को भी देखा जाता है की मीडिया में जिसका नाम चलाया जा रहा है वह लाया गया है या बाई चांस से आया है।
एमपी में मुख्यमंत्री के चयन का क्या है फार्मूला
मुख्यमंत्री चयन की भी बीजेपी ने एक प्रक्रिया तय कर दी है। जिस चेहरे को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाना है। जिम्मेदारी देना है । उसके बारे में पार्टी रिसर्च के बाद ही कोई फैसला करती है। चेहरा चयन करने से पहले डीप रिसर्च होती। पार्टी उसे चेहरे की गतिविधियों इतिहास और रिस्पांस को भी परखती है।
मीडिया चैनल आज तक को दिए इंटरव्यू में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया कि मध्य प्रदेश में शिवराज को हटाने की वजह बताई-
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा की चुनाव नतीजे के साथ ही कौन लीडर होगा। रूलिंग पार्टी का चेहरा कौन होगा। और यदि पार्टी विपक्ष में बैठी है तो नेता प्रतिपक्ष कौन होगा। इसको लेकर मंथन होता है। चेहरे का परफॉर्मेंस देखा जाता है। मध्य प्रदेश में चुनाव नतीजे के बाद से ही पार्टी ने चेहरे को लेकर मंथन शुरू कर दिया था। पार्टी ने तय कर लिया था की नई लीडरशिप की तरफ आगे बढ़ेंगे और पुराने चेहरों को नए लोगों को मौका देने के लिए कहा जाएगा। और यही संदेश पार्टी ने शिवराज को दिया।
पार्टी ने मोहन यादव का चेहरा क्यों चुना
बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मीडिया को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि मोहन यादव पर पार्टी ने इसलिए भरोसा जताया। क्योंकि पार्टी सबका विश्वास, सबका प्रयास के तहत आगे बढ़ती है। कार्यकर्ताओं को मौका देकर एक बड़ा संदेश दिया जाता है कि पार्टी वंशवाद वाली पार्टी नही है।कैडर बेस पार्टी है जिसमें किसी भी कार्यकर्ता को बड़ा मौका दिया जा सकता है। मोहन यादव ओबीसी चेहरे हैं। इसलिए पार्टी ने उनको आगे किया। ओबीसी कम्युनिटी को एक बड़ा संदेश देने की भी कोशिश रही। जेपी नड्डा ने इंटरव्यू में कहा कि पार्टी किसी भी व्यक्ति के बारे में 3 घंटे में जन्मपत्री तैयार कर सकती है। किसी व्यक्ति को कमान देने से पहले पार्लियामेंट्री बोर्ड में मंथन किया जाता है विधायक दल की बैठक में सुझाव लिया जाता है और उसके बाद पार्टी व्यक्ति को आगे बढ़ाने का काम करती है।
कुल मिलाकर भाजपा ने मध्य प्रदेश में मोहन यादव के चेहरे को आगे कर न सिर्फ ओबीसी वर्ग बल्कि यादव कम्युनिटी को भी बड़ा संदेश देने की कोशिश की है। साथ ही कार्यकर्ताओं का मनोबल भी बढ़ाने का काम किया है कि कैडर बेस पार्टी में कब किसकी लॉटरी लग जाए, कहां नहीं जा सकता। पार्टी में कार्यकर्ता की गतिविधि और उसके व्यवहार पर उसका भविष्य तय होता है।