J&K: अपने परिवार में इकलौता कमाने वाला था राहुल भट्ट, अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीरियों पर हमले में हुई है बढ़ोतरी, नेताओं ने भी की है निंदा

By सुरेश एस डुग्गर | Published: May 13, 2022 06:57 PM2022-05-13T18:57:32+5:302022-05-13T19:00:13+5:30

इस पर बोलते हुए नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष और सांसद डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि ऐसी नृशंस और जघन्य हरकतों का एकमात्र मकसद कश्मीर का माहौल खराब करना है।

JK Rahul Bhatt only earner in his family after abrogation of Article 370 an increase in attacks on Kashmiris pandits leaders have also condemned | J&K: अपने परिवार में इकलौता कमाने वाला था राहुल भट्ट, अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीरियों पर हमले में हुई है बढ़ोतरी, नेताओं ने भी की है निंदा

J&K: अपने परिवार में इकलौता कमाने वाला था राहुल भट्ट, अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीरियों पर हमले में हुई है बढ़ोतरी, नेताओं ने भी की है निंदा

Highlightsबताया जा रहा है कि कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट परिवार में एकलौता कमाने वाला था। अनुच्छेद 370 के हटने के बाद से ही कश्मीरियों पर हमले बढ़ गए थे। इस हत्या पर कश्मीरी नेताओं का भी बयान सामने आया है।

जम्मू: मूल रूप से बडगाम के संग्रामपोरा गांव का रहने वाला राहुल भट्ट अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला था। शेखपोरा के निवासियों ने कहा कि उनके पिता एक सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी हैं और उनकी पत्नी एक गृहिणी हैं। उन्हें प्रवासी कश्मीरी पंडित समुदाय के लिए प्रधान मंत्री के विशेष पैकेज के तहत 2010 में राजस्व विभाग में नियुक्त किया गया था। शेखपोरा के एक निवासी ने कहा कि वे ज्यादातर सालों में बडगाम में तैनात रहे और लगभग दो साल से चदूरा में थे। राहुल बडगाम के शेखपोरा में रहते थे, जहां सरकार ने अल्पसंख्यक समुदाय के लिए हाउसिंग कालोनी बनाई है। भट्ट की पत्नी दक्षिण कश्मीर की रहने वाली हैं। 

पिछले आठ महीने में कई कश्मीरी पंडितों को किया गया टारगेट

राहुल भट्ट के माता-पिता संग्रामपोरा से चले गए थे और सरकार द्वारा भट्ट की नियुक्ति के बाद ही वे लौटे थे। वह अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला था। वहीं इस घटना के बाद कश्मीरी पंडितों में आक्रोश है। याद रहे जम्मू कश्मीर में प्रवासी कामगारों व स्थानीय अल्पसंख्यकों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है, ताकि दहशत का माहौल पैदा होता रहे। पिछले आठ महीनों में कई कश्मीरी पंडितों व प्रवासियों के सॉफ्ट टारगेट किलिंग के मामले सामने आ चुके हैं।

अनुच्छेद 370 हटने के बाद से कश्मीरियों पर हमले बढ़े हैं

अनुच्छेद 370 हटने के बाद पांच अगस्त 2019 से अल्पसंख्यक हिंदुओं तथा गैर कश्मीरियों पर हमले की घटनाएं बढ़ गई हैं। लगभग तीन साल में आतंकियों ने कम से कम 14 गैर मुस्लिमों, गैर कश्मीरियों तथा कश्मीरी पंडितों की हत्या कर दी गई है। इनमें प्रमुख कारोबारी, सरपंच तथा बीडीसी सदस्य भी शामिल हैं। जिन कश्मीरी पंडितों की हत्या इस अवधि में की गई है उनमें शोपियां जिले के चित्रागाम में दवा कारोबारी सोनू कुमार, कश्मीरी पंडित दवा कारोबारी एमएल बिंदरू, तथा कश्मीरी पंडित सरपंच अजय पंडिता भी शामिल हैं। जबकि एक अन्य कर्मचारी की भी इस अवधि में हत्या कर दी गई। 

कश्मीरी नेताओं का बयान आया सामने

राहुल भट की हत्या की सर्वत्र निंदा हो रही है। नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष और सांसद डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मैं राहुल भट्ट पर हुए कायरतापूर्ण हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करता हूं। ऐसी नृशंस और जघन्य हरकतों का एकमात्र मकसद कश्मीर का माहौल खराब करना है। जबकि नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सॉफट टारगेट किलिंग जारी हैं। उन्होंने कहा कि मैं राहुल भट्ट पर हुए जानलेवा आतंकवादी हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करता हूं।

इसी तरह से पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हत्या कश्मीर में सामान्य स्थिति के झूठे दावों को खारिज करती है। उन्होंने कहा कि उस वीभत्स कृत्य की निंदा करें जहां एक कश्मीरी पंडित लड़के राहुल भट की चदूरा में हत्या कर दी गई थी। एक और जीवन समाप्त हो गया और दूसरा परिवार तबाह हो गया। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदना शोक संतप्त परिवार के साथ है।

Web Title: JK Rahul Bhatt only earner in his family after abrogation of Article 370 an increase in attacks on Kashmiris pandits leaders have also condemned

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