जीतनराम मांझी ने कहा, "कश्मीर में शांति चाहते हैं तो उसे बिहारियों को सौंप दें, सब सही कर देंगे"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 3, 2022 03:33 PM2022-06-03T15:33:01+5:302022-06-03T15:39:50+5:30
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद के खात्मे के लिए केंद्र सरकार पूरी घाटी को बिहारियों के हाथों में सौंप दे, गोलियों की धमक सन्नाटे में बदल जाएगी।
पटना: जीतनराम मांझी ने केंद्र सरकार से कहा कि अगर कश्मीर में शांति चाहते हैं तो उसे बिहार को सौंप दें, सारी समस्याओं का हल हो जाएगा। जी हां, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री का कहना है कि घाटी में आतंकवाद के खात्मे के लिए केंद्र कश्मीर घाटी बिहार को सौंप दे, गोलियों की धमक सन्नाटे में बदल जाएगी।
इसके साथ ही फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की फिल्म 'कश्मीर फाइल्स' पर हमला करते हुए माझी ने शुक्रवार को कहा कि ये फिल्म आतंकियों की साजिश है और इस फिल्म के जरिए पूरे देश में निर्वासन झेल रहे कश्मीरी पंडितों को डराया गया कि अगर घाटी में जाओगे तो फिर से कल्त-ए-आम होगा और यही कारण है कि कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाएं बढ़ गई हैं।
इसके साथ ही उन्होंने फिल्म को बिहार में टैक्य फ्री किये जाने की आलोचना करते हुए कहा, "जब ये फिल्म रिलीज हुई तो बिहार बीजेपी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दबाव बनाया कि वो फिल्म को टैक्स फ्री कर दें और हुआ भी वैसा ही। भाजपा के दबाव में राज्य सरकार ने सरकारी खर्चे पर कई कैबिनेट मंत्री और विधायक को यह फिल्म दिखाई और उस समय में भी मैंने स्पष्ट कहा था कि फिल्म आतंकी साजिश का हिस्सा है और मैं आज भी यह बात कह रहा हूं।"
जीतनराम मांझी ने कहा, "मैं तो कहता हूं कि मोदी सरकार फिल्म बनाने वालों की जांच करे, कहीं वो आतंकवादियों के साथ तो संबंध नहीं रखते हैं और अगर ऐसा है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।"
उन्होंने कहा, "फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को सिर्फ इसलिए बनाया गया ताकि देशभर में फैले कश्मीरी पंडितों के मन में आतंकियों का डर फिर से पैदा किया जा सके जो घाटी में दोबारा लौटना चाहते हैं। यही नहीं फिल्म ने सबसे बुरा असर तो कश्मीरी हिंदूओं पर डाला है, जो इस समय भी घाटी में रह रहे हैं। फिल्म के जरिये उन्हें धमकी दी गई कि अगर वो कश्मीर नहीं छोड़ते हैं तो इसका परिणाम बहुत भयानक होगा। सबने देखा कि दहशत पैदा करने के लिए आंतकियों किस तरह से बिहारी मजदूरों की हत्याएं की।"
बिहार में एनडीए गुट में शामिल जीतनराम मांझी ने कहा, "केंद्र अगर घाटी में शांति बनाए रखने के लिए गंभीर है तो उसे कश्मीर बिहारी लोगों को सौंप देना चाहिए, घाटी में फौरन शांति कायम हो जाएगी।"
मालूम हो कि बीते गुरुवार को कश्मीर के बडगाम जिले में आतंकियों ने एक बिहारी मजदूर की हत्या कर दी। बिहार का रहने वाला दिलखुस बडगाम में दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम करता था। आतंकी हमले में दिलसुख तो मारा गया साथ ही एक अन्य प्रवासी मजदूर भी आतंकियों की गोली से घायल हो गया है। बडगाम के आतंकी हमले के अलावा गुरुवार को ही आतंकियों ने कुलगाम में राजस्थान के एक बैंक प्रबंधक की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
बीते कुछ रोज में आतंकियों की बढ़ी हिंसक गतिविधियों के कारण गंभीर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अन्य अधिकारियों के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ सुरक्षा समीक्षा बैठक की और केंद्रीय सुरक्षा बलों को आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में और लेजी लाने का दिशा-निर्देश दिया। (समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ)