रांची:झारखंड के बोकारो में आज फिर एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद राज्य में अबतक कुल 14 कोरोना मरीज हो गये हैं. इसतरह से राज्य में फिछले चौबीस घंटे में दस कोरोना मरीजों की पहचान होने के बाद यह संख्या 14 हो गई, वहीं इसके संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत भी हो गई है. राज्य में कोरोना के संक्रमण से जिस शख्स की पहली मौत हुई है वह बोकारो जिले के गोमिया स्थित साडम गांव का निवासी था.
झारखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने आज इसकी पुष्टि की. इसके साथ ही बोकारो में संक्रमित मरीजों की संख्या 6 हो गई है. महज 5 दिन में ये 6 मरीज सामने आये हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार राजधानी रांची के रिम्स में गुरुवार को भर्ती कराये गये एक बुजुर्ग मरीज की हालत गंभीर बताई जा रही है. उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है. वेंटिलेटर पर रखा गया यह शख्स हिंदपीढी में कोरोना वायरस से संक्रमित मलयेशियाई महिला के संपर्क में आई एक महिला का पति है. उसके दो बेटों को भी रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है.
बताया जाता है कि मलयेशियाई महिला के संपर्क में आई एक महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी. बाद में उसके पति और दो बेटों में भी इस संक्रमण की पुष्टि हुई. उसका पति किडनी की बीमारी से पीड़ित है. वहीं, जारी रिपोर्ट में 35 वर्षीय चंद्रपुरा के तेलो निवासी धर्म प्रचारक को कोरोना पॉजिटिव पाया गया. इसके बाद उसे चास के क्वारंटाइन सेंटर से निकालकर बीजीएच के कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया.
बताया जाता है कि युवक क्षेत्र के लोगों को तब्लीग से जोडने का काम करता था. इसी के कहने पर 10 से अधिक लोग ढाका गए थे. ढाका से लौटने के बाद दिल्ली की जमात में शामिल होने के लिए भी इसी ने प्रेरित किया था. हालांकि अभी भी यह पूरी सूचना नहीं दे रहा है कि उसके साथ जाने वाले लोग कौन-कौन थे और आने के बाद कहां-कहां रहा है? स्वास्थ्य विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि कहीं तब्लीगी से जुडे इस कथित धर्म प्रचारक का साडम तक संक्रमण फैलाने में इसकी भूमिका तो नहीं? सूत्रों का कहना है कि वह घूम-घूम कर लोगों से मिलता था, समय-समय पर देश के अन्य स्थानों पर आयोजित होने वाले जमात में लोगों को शामिल कराने का काम करता था.
वहीं, पीड़ित महिला भी पहले बंग्लादेश और उसके बाद दिल्ली मरकज में शामिल होकर लौटे जमाती प्रशासन व समाज से सूचना छुपाते रही. उन्हें यह एहसास था कि उनके साथ कुछ नहीं होगा. जब राज खुला तो पहले बंग्लादेश का नाम लिया और इसके बाद पॉजिटिव होने के बाद दिल्ली की जानकारी दी. बताया कि 12 से 15 मार्च के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में हुए जमात में भी शामिल हुई थी. यही वजह रहा है कि पहली महिला पॉजिटिव के साथ उसकी दो पोती और उसका जेठ भी संक्रमण का शिकार हो गया.
ऐसे में झारखंड में एक साथ कोरोना के नौ मरीज मिलने के बाद राज्य सरकार और भी अलर्ट हो गई है. अचानक रांची एवं बोकारो में इतने केस मिलने से राज्य सरकार की चिंता बढ गई है. कोरोना मरीजों के संपर्क में आने से जिस तरह नए पॉजिटिव केस बढे हैं, उससे आशंका जताई जा रही है कि आनेवाले एक-दो दिनों में बडी संख्या में पॉजिटिव केस मिल सकते हैं. ये नए मरीज भी कई लोगों के संपर्क में आए हैं. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने उनके संपर्क में आनेवाले सभी लोगों की पहचान कर जांच सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.