झारखंड की नवनिर्वाचित पांचवी विधानसभा का तीन दिवसीय प्रथम सत्र आज प्रारंभ हुआ और पहले दिन कार्यवाहक विधानसभा अध्यक्ष स्टीफेन मरांडी ने 81 सदस्यीय विधानसभा में मुख्यमंत्री समेत कुल 78 सदस्यों को शपथ दिलायी।
मरांडी ने एक-एक कर सदन में उपस्थित 78 सदस्यों को शपथ दिलायी, जिनमें भाजपा के तीन सदस्यों ने संस्कृत में शपथ ली। मरांडी ने सबसे पहले मुख्यमंत्री एवं सदन के नेता हेमंत सोरेन को शपथ दिलायी। इसके बाद मंत्रिमंडल के तीन सहयोगियों कांग्रेस के रामेश्वर उरांव और आलमगीर आलम तथा राजद के सत्यानंद भोक्ता को शपथ दिलायी गयी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बरहेट विधानसभा क्षेत्र से शपथ ग्रहण की। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को लिखित तौर पर सूचित किया कि वह अपनी जीती गयी दूसरी सीट दुमका को छोड़ रहे हैं। हेमंत सोरेन ने 2014 और 2019 का विधानसभा चुनाव बरहेट और दुमका दोनों सीटों से लड़ा था, जहां वह 2014 में दुमका सीट पर भाजपा की लुईस मरांडी से पराजित हो गये थे, वहीं बरहेट से दोनों बार उन्होंने जीत दर्ज की।
बहरागोड़ा सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा के समीर कुमार महंती आज सदन में उपस्थित नहीं थे, इसलिए वह शपथ नहीं ले सके। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू पहले ही मरांडी को 31 दिसंबर को शपथ दिला चुकी हैं। शपथग्रहण के बाद अब सात जनवरी को नये विधानसभाध्यक्ष का चुनाव किया जायेगा, जिसके लिए आज दोपहर बारह बजे से नामांकन पत्र दाखिल किये गये।
राज्य विधानसभा के प्रथम सत्र के दूसरे दिन सात जनवरी को नये विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा, जिसके बाद राज्यपाल का अभिभाषण होगा। इस दिन ही वित्त वर्ष 2019-2020 के द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी का उपस्थापन किया जायेगा।
प्रथम सत्र के अंतिम दिन आठ जनवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया जायेगा और इस पर चर्चा के उपरांत सरकार का उत्तर तथा मतदान कराया जायेगा। महत्वपूर्ण है कि भाजपा ने अभी तक नेता विपक्ष पद के लिए किसी को नामित नहीं किया है।