झारखंड: सीएम हेमंत सोरेन ने कहा- मुंबई के बाद अब लेह से 60 श्रमिक शुक्रवार को विमान से घर लौटेंगे
By भाषा | Published: May 29, 2020 03:24 PM2020-05-29T15:24:03+5:302020-05-29T15:24:03+5:30
हेमंत सोरेन ने कहा, ‘‘इस कार्य में सहयोग के लिए लद्दाख प्रशासन, स्पाइस जेट, इंडिगो और सीमा सड़क संगठन की पूरी टीम को धन्यवाद।’’
रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन की वजह से लेह में फंसे राज्य के 60 श्रमिक शुक्रवार से झारखंड लौट रहे हैं। सोरेन ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘‘हम अपने प्रवासी कामगारों की सुरक्षित घर वापसी के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसी क्रम में लेह में फंसे साठ श्रमिकों को वापस लाने की व्यवस्था सरकार ने कर ली है जो आज से राज्य में विभिन्न विमानों से लौटना प्रारंभ कर देंगे।’’
सोरेन ने कहा, ‘‘इस कार्य में सहयोग के लिए लद्दाख प्रशासन, स्पाइस जेट, इंडिगो और सीमा सड़क संगठन की पूरी टीम को धन्यवाद।’’ गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने 21 मई को केन्द्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर लेह में फंसे राज्य के श्रमिकों को विमान से वापस लाने की अनुमति मांगी थी।
बता दें कि गुरुवार को रांची के हवाईअड्डे पर गुरुवार को एयर एशिया के विमान से 180 प्रवासी मजदूरों को लाया गया। झारखंड के मुख्यमंत्री ने इसके लिए एलुमनाई नेटवर्क ऑफ नेशनल स्कूल ऑफ बेंगलुरु का आभार जताया है।
झारखंड सरकार द्वारा जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि एयर एशिया के विमान से गुरुवार को राज्य के 180 श्रमिक झारखंड पहुंचे। इससे पूर्व झारखंड ने सबसे पहले पहल कर ट्रेन के माध्यम से श्रमिकों को वापस अपने घर ला चुका है और यह क्रम अब भी जारी है।
सोरेन ने कहा, "यही मानवता है। इस पुनीत कार्य के लिए एलुमनाई नेटवर्क ऑफ नेशनल स्कूल ऑफ बेंगलुरु का योगदान सदैव सराहा जाएगा। इस तरह के कार्य से अन्य लोग भी प्रेरित होंगे।" मुख्यमंत्री ने हाल ही में कहा था कि जरूरत हुई तो राज्य सरकार श्रमिकों को विमान से अपने घर वापस लाएगी, और ऐसा हुआ भी।
कल मुंबई से रांची पहुंचे श्रमिकों में बोकारो के 5, धनबाद के 9, देवघर के 10, जामताड़ा के 2, गोड्डा व गुमला के एक-एक, गिरिडीह के 29, हजारीबाग के 41, कोडरमा के 11, चतरा के 5, गढ़वा के 2, पलामू के 9, पूर्वी सिहभूम के 3, पश्चिमी सिंहभूम के 8, सिमडेगा 28 और रांची जिला के 16 प्रवासी श्रमिक शामिल थे।