झारखंड विधानसभा में नमाज पढ़ने के लिए कमरा आवंटित, भाजपा विधायक ने मंदिर बनवाने की रखी मांग
By एस पी सिन्हा | Published: September 4, 2021 07:33 PM2021-09-04T19:33:13+5:302021-09-04T19:34:26+5:30
Jharkhand News: सरकार और मुख्य विपक्षी दल भाजपा के ठन गई है. अधिसूचना में विधानसभा अध्यक्ष के आदेश का उल्लेख किया गया है.
Jharkhand News: झारखंड विधानसभा में अल्पसंख्यकों को नमाज पढ़ने के लिए विधानसभा के नए भवन में एक कमरा आवंटित किया गया है. विधानसभा के उपसचिव नवीन कुमार ने इस सिलसिले में दो सितंबर को एक अधिसूचना जारी की थी.
अधिसूचना में विधानसभा अध्यक्ष के आदेश का उल्लेख किया गया है. विधानसभा सचिवालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि नई विधानसभा भवन में नमाज अदा करने के लिए कमरा संख्या टीडब्लू-348 आवंटित किया जाता है. इस आदेश के मुताबिक नए विधानसभा भवन में नमाज के लिए विशेष तौर पर सुरक्षित किया गया है.
यह पहला मौका है, जब किसी धर्म के मानने वालों की प्रार्थना के लिए किसी भी सरकारी भवन में विशेष तौर पर कमरा आवंटित किया गया हो. विधानसभा में नमाज के लिए विशेष कमरा आवंटित किये जाने का मामला अब तूल पकड़ लिया है. इसको लेकर सत्ता में बैठी सरकार और मुख्य विपक्षी दल भाजपा के ठन गई है.
भाजपा ने कहा है कि यदि नमाज के लिए कमरा दिया गया है तो इसमें हनुमान जी का मंदिर भी बनवाया जाए. पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लोकतंत्र के मंदिर के रूप में ही रहना चाहिए. नमाज के लिए अलग कमरा आवंटित करना गलत है. हम इस फैसले के खिलाफ हैं.
वहीं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व भाजपा नेता सीपी सिंह ने कहा है कि हिंदुओं को भी विधानसभा परिसर में हनुमान मंदिर बनाने की इजाजत दी जाए. उन्होंने कहा कि मैं नमाज अदा करने के लिए आवंटित किए गए कमरे के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन उन्हें झारखंड विधानसभा परिसर में मंदिर भी बनाना चाहिए. मैं यहां तक मांग करता हूं कि वहां हनुमान मंदिर की स्थापना की जाए.
अगर विधानसभा अध्यक्ष ने मंजूरी दी तो हम अपने खर्च पर मंदिर का निर्माण कर सकते हैं. इससे पहले भाजपा नेता विरंची नारायण ने मांग की थी कि नमाज पढने के लिए कमरा देने के साथ हिंदुओं को हनुमान चालीसा पढने के लिए भी कमरा आवंटित किया जाए. वहीं, झामुमो के प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि भाजपा नेताओं को पता होना चाहिए कि यह नई व्यवस्था नहीं है.
पुरानी विधानसभा में भी नमाज पढ़ने के लिए अलग कक्ष की व्यवस्था थी. उन्होंने कहा कि भाजपा की ओर से बढ़ती कीमतों और महंगाई पर कोई चर्चा नहीं की जाती, केवल धार्मिक मुद्दों को उभारा जाता है. बिहार विधानसभा में भी यह व्यवस्था लागू है. वह इस तरीके की बातें करके धार्मिक उन्माद फैलाना भाजपा का मुख्य एजेंडा है.