झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: अपनों के लिए टिकट के जुगाड़ में कांग्रेसी नेता
By एस पी सिन्हा | Published: September 8, 2019 08:49 AM2019-09-08T08:49:43+5:302019-09-08T08:49:43+5:30
लोकसभा चुनाव 2019 में झारखंड से कांग्रेस के एक ही प्रत्याशी गीता कोड़ा को जीत मिली है. वह अपने पति और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोडा को विधानसभा का टिकट दिलवाना चाहती हैं और इसके लिए भी लॉबिंग कर रही हैं.
झारखंड में विधानसभा चुनाव में चुनावी चक्र व्यूह को भेदने का दंभ भरने वाली कांग्रेस पार्टी के नेता पार्टी में अपने परिजनों के लिए सीट सुनिश्चित करा लेना चाहते हैं.
लोकसभा चुनाव 2019 में झारखंड से कांग्रेस के एक ही प्रत्याशी गीता कोड़ा को जीत मिली है. वह अपने पति और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोडा को विधानसभा का टिकट दिलवाना चाहती हैं और इसके लिए भी लॉबिंग कर रही हैं.
उनके अलावा कई दिग्गज नेता अपने परिवार के लिए एंडी-चोटी का जोर लगाने लगे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय स्वयं एवं भाई के लिए हटिया सीट सुरिक्षत कराना चाहते हैं.
उसी तरह से गोपाल साहू स्वयं एवं भाई के लिए टिकट चाहते हैं. सुखदेव भगत स्वयं विधायक हैं और नगर परिषद अध्यक्ष पत्नी के लिए भी टिकट के इंतजाम में जी जान से जुटे हुए हैं.
वहीं, गीताश्री उरांव स्वयं दावेदार हैं. जबकि पुलिस सेवा से आए अरुण उरांव भी टिकट के दावेदारों में शामिल हैं. उसी तरह से राजेंद्र सिंह स्वयं एवं दोनों पुत्रों को टिकट दिलाना चाहते हैं.
मन्नान मलिक स्वयं अथवा पुत्र के लिए धनबाद सीट से दावेदारी कर रहे हैं. जबकि पूर्व सांसद ददई दुबे खुद बोकारो तो पलामू के विश्रमपुर से बेटे के लिए टिकट चाहते हैं.
वहीं, पूर्व सांसद फुरकान अंसारी स्वयं भी लड़ना चाहते हैं और पुत्र तो विधायक होने के कारण प्रबल दावेदार हैं.
आलमगीर आलम स्वयं एवं पुत्र के लिए लगे हुए हैं. उसी तरह से प्रदीप कुमार बलमुचू स्वयं एवं पुत्री के लिए टिकट के जुगाड़ में लगे हुए हैं. तिलकधारी सिंह अपने पुत्र धनंजय के लिए प्रयासरत हैं. मरेश सिंह की दोनों बहू कांग्रेस में शामिल हुई हैं जिन्हें पार्टी का टिकट चाहिए.