JDU MP Devesh Chandra Thakur: यादव और मुसलमान पर दिया बयान, सीतामढ़ी सांसद ठाकुर ने दी सफाई, कहा-नहीं चाहिए धर्मनिरपेक्षता का सर्टिफिकेट
By एस पी सिन्हा | Updated: June 20, 2024 15:25 IST2024-06-20T15:24:39+5:302024-06-20T15:25:52+5:30
JDU MP Devesh Chandra Thakur: यादव और मुसलमान के बहुत सारे काम किए लेकिन इन लोगों ने उन्हें वोट नहीं दिया।

file photo
JDU MP Devesh Chandra Thakur: बिहार में सीतामढ़ी से नवनिर्वाचित जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के द्वारा यादव और मुसलमानों को लेकर दिए गए बयान के बाद गर्मायी सियासत के बीच भाजपा और जदयू के कई नेता उन्हें ऐसे बयान देने से परहेज करने की सलाह दी। इसके बाद देवेश चंद्र ठाकुर ने अपने दिए गए बयान को लेकर सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि सीतामढ़ी क्षेत्र के लोगों को उनकी धर्मनिरपेक्षता के बारे में मालूम है। हमेशा जातिवाद से उठकर काम किया है। उन्होंने कहा कि मुझे दूसरी पार्टी के नेताओं से धर्मनिरपेक्षता का सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है। देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि सीतामढ़ी क्षेत्र के सारे लोग फिर वो किसी भी समाज और धर्म के हो, जिन्होने बीते 20-25 साल से मेरा काम देखा हैं।
वो अच्छी तरह जानते हैं कि जातिवाद से ऊपर उठकर मैंने काम किया है और आगे भी करूंगा। हर धर्म के लोगों ने मेरी धर्मनिरपेक्षता देखी है। मैंने न किसी को आने से रोका है, न किसी के काम को मना किया है। बता दें कि 17 जून के एक वीडियो में देवेश ठाकुर ये कहते नजर आए थे कि उन्होंने यादव और मुसलमान के बहुत सारे काम किए लेकिन इन लोगों ने उन्हें वोट नहीं दिया।
अगर ये मेरे पास आएंगे तो उनका स्वागत है, उनको चाय-मिठाई तो दूंगा लेकिन उनके काम नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि वो इन जातियों के लोगों की कोई निजी काम नहीं करेंगे। वहीं देवेश ठाकुर के यादव-मुसलमान पर दिए गए बयान पर उनकी पार्टी जदयू में ही मतभेद दिखी। पार्टी कई नेताओं ने उनके बयान पर असहमति जताई थी। जिसमें केसी त्यागी भी शामिल हैं। वहीं पूर्व सांसद अशफाक करीम ने सांसद देवेश चंद्र ठाकुर पर मुसलमान समाज को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है।
उन्हें मुस्लिम समाज से माफी मांगनी चाहिए। जबकि बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी देवेश चंद्र ठाकुर के बयान का समर्थन करते हुए कहा था कि मैं भी वो पीड़ा महसूस कर रहा हूं। और मैं भी धोखेबाज लोगों का काम करने के पक्ष में नहीं हूं। राज्य और केंद्र सरकार जब योजना देने में किसी से भेदभाव नहीं करती।