जम्मू-कश्मीर में एक आतंकी के सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण करने का वीडियो सामने आया है। सेना ने शुक्रवार को इस वीडियो को जारी किया। इसमें ज्वाइंट एटी टेररिज्म ऑपरेशन के दौरान एक शख्स जो कुछ दिन पहले ही आतंकी बना था, वो सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण करता नजर आ रहा है। उससे सुरक्षाबलों ने एक एके-47 रायफल जब्त किया है।
आत्मसमर्पण करते शख्स की पहचान जहांगीर भट्ट के तौर पर हुई है। वीडियो में देखा जा सकता है कि सेना लगातार जहांगीर से बात कर रही है और उसे आत्मसमर्पण करने के लिए सामने आने को कह रही है। थोड़ी ही देर बाद जहांगीर झाड़ियों और पेड़ों की ओट से बाहर निकलता दिखता है। वो हाथ ऊपर किए रहता है और धीरे-धीरे सामने आता है।
इस दौरान सेना का एक जवान भी लगातार उसे चिल्ला कर आश्वस्त करता नजर आता है कि कोई गोली नहीं चलाएगा। सेना का जवान अपने साथियों को भी यही निर्देश देता है। सेना का जवान कहता है, 'तुम्हें कुछ नहीं होगा बेटे। पानी को इसे।'
सेना की ओर से ही जारी एक अन्य वीडियो में दिखता है कि जहांगीर के पिता सुरक्षाबलों को धन्यवाद देते हैं और अपने बेटे से गले मिलते हैं। इस दौरान सेना का अधिकारी पिता से कहता है, ' अपने बेटे को बताओ कि उसने शानदार काम किया है। उसकी पुरानी सभी गलतियां भूला दी जाएंगी। इसे दोबारा आतंकियों के साथ मत जाने देना।'
सेना की ओर से जारी बयान के अनुसार, '13 अक्टूबर को ये जानकारी सामने आई थी कि बडगाम के चदूरा इलाके का रहने वाला जहांगीर लापता है। इसी दिन एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) अल्ताफ के भी दो एके-47 राइफल के साथ लापता होने की सूचना आई थी। जहांगीर का परिवार उसे इस दौरान लगातार खोजने की कोशिश करता रहा। बाद में शुक्रवार को वो एक-47 के साथ मिला।'
एसपीओ से आतंकी बना अल्ताफ अभी फरार है। वहीं, एक अन्य अभियान में सुरक्षा बलों ने सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) के कांस्टेबल अल्ताफ हुसैन को गिरफ्तार किया है। हुसैन 13 अक्टूबर को हथियारों के साथ लापता हो गया था। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हुसैन को शुक्रवार को राजौरी जिले से गिरफ्तार किया गया।
बहरहाल, जम्मू-कश्मीर में ऐसे आत्मसमर्पण बहुत कम देखने को मिलते हैं। हाल में अगस्त में एक मुठभेड़ के दौरान शोपियां जिले के किलूरा गांव में भी एक आतंकी ने आत्मसमर्पण किया था। हालांकि, उसके चार सहयोगी मारे गए थे।